दुष्कर्म-अपहरण जैसे गंभीर मामलों में आरोपी और भारत से फरार नित्यानंद ने अमेरिका को भी ठग लिया है। काल्पनिक देश कैलासा बसाने वाले नित्यानंद ने अमेरिका के 30 शहरों में फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है। अमेरिका के न्यूजर्सी स्थित सिटी ऑफ नेवार्क ने खुद माना है कि वो एक फेक हिंदू राष्ट्र के साथ ‘सिस्टर सिटी’ कांट्रैक्ट साइन करने के स्कैम का शिकार हो गया है।
अमेरिका के 30 शहरों के साथ फर्जी समझौता
दरअसल, एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा ने 30 से अधिक अमेरिकी शहरों के साथ एक ‘सांस्कृतिक भागीदारी’ समझौता किया है। यह रिपोर्ट अमेरिकी राज्य न्यू जर्सी के नेवार्क शहर की ओर से यह कहने के कुछ दिनों बाद सामने आई कि उसने काल्पनिक देश के साथ ‘सिस्टर सिटी’ समझौता निरस्त कर दिया है।
समझौता करने वाले शहरों में अमेरिका के महत्वपूर्ण नेवार्क, रिचमंड, वर्जीनिया, डेटन, ओहियो, बुएना पार्क और फ्लोरिडा जैसे शहर शामिल हैं। खुद कैलासा की वेबसाइट पर इन सभी शहरों के साथ हुए समझौते के बारे में लिखा है। बता दें कि नित्यानंद ने 2019 में दावा किया था उसने कैलासा नाम का देश बसाया है।
अमेरिका ने कहा कैलासा ने धोखे से किया था एग्रीमेंट
नेवार्क सिटी के मेयर ने कैलासा के प्रतिनिधियों को नेवार्क सिटी हॉल में आयोजित एक कल्चरल ट्रेड एग्रीमेंट में इनवाइट किया था। हैरान करने वाली ये है कि पूरा कार्यक्रम खत्म होने के बाद अधिकारियों को एहसास हुआ कि उनके साथ स्कैम हुआ है। जिसके बाद कुछ दिनों पहले ही अमेरिकी राज्य न्यूजर्सी के शहर नेवार्क ने कैलासा के साथ सिस्टर सिटी एग्रीमेंट खत्म किया था।
नेवार्क और काल्पनिक देश ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा’ के बीच 12 जनवरी 2023 को समझौता हुआ था। इस कल्चरल कार्यक्रम के कुछ फोटो और वीडियो भी सामने आए थे जिसमें देखा जा सकता है कि नेवार्क के अधिकारी कुछ कागजात में साइन कर रहे हैं। यह सेरेमनी नेवार्क के सिटी हॉल में हुई थी लेकिन जब नेवार्क को कैलासा की असलियत के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत अपना समझौता रद्द कर दिया। नेवार्क की प्रेस सचिव सुजैन गैरोफलो ने एग्रीमेंट पर पछतावा जताया। उन्होंने कहा कि जैसे ही हमें कैलासा की परिस्थितियों के बारे में पता चला हमने एग्रीमेंट खत्म कर दिया। ये एग्रीमेंट धोखे से किया गया था।
6 दिन में ही रद्द हुआ सिस्टर सिटी एग्रीमेंट
न्यूयॉक पोस्ट की एक खबर के मुताबिक, नेवार्क के अधिकारियों ने कहा कि ये समझौता सिर्फ 6 दिनों तक चला और इसे पूरी तरह से नकार दिया गया है। इतना ही नहीं अमेरिकी अधिकारियों ने ये भी दावा किया है कि समारोह में पैसे का आदान-प्रदान नहीं किया गया था। नेवार्क के काउंसिल मैन लुइस क्विंटाना ने 18 जनवरी को इस समझौते को रद्द करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया। क्विंटाना ने कहा कि किसी भी देश को सिस्टर सिटी एग्रीमेंट में शामिल होने के लिए वहां ह्यूमन राइट्स का सही तरह से पालन होना जरूरी है। हम किसी ऐसे देश को शामिल नहीं कर सकते जो विवादों में घिरा हो और जहां ह्यूमन राइट्स का पालन न होता हो। ये समझौता एक गलती थी जो हम नहीं कर सकते। इसके बाद प्रस्ताव पास करते हुए नेवार्क ने ये एग्रीमेंट रद्द कर दिया।