बांग्लादेश में मोदी, एक तरफ स्वागत तो दूसरी तरफ विरोध, चली गई 4 प्रदर्शनकारियों की जान
शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के ढाका में बंगबंधु इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में बंगबंधु- बापू संग्रहालय के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए।

शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के ढाका में बंगबंधु इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में बंगबंधु- बापू संग्रहालय के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। वहीं, बांग्लादेश के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस को रबर की गोलियां दागने पड़ीं। जिससे शुक्रवार को बांग्लादेश के चटगांव में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस स्टेशन में घुसकर तोड़फोड़ की। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि पीएम मोदी की यात्रा का विरोध राजधानी ढाका में भी हुआ। जहां पुलिस के साथ झड़पों में दो पत्रकार सहित दर्जनों लोग घायल हो गए। बता दें कि आज पीएम मोदी ने कहा कि भारत बहुत खुश है कि मेड इन इंडिया (COVID-19) टीके बांग्लादेश के हमारे भाइयों और बहनों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं। पीएम ने कहा, ‘हमें याद रखना चाहिए कि हमने व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में समान अवसर प्राप्त किए हैं, लेकिन साथ ही, हमारे सामने आतंकवाद जैसे खतरे भी हैं। इस प्रकार के अमानवीय कृत्यों के पीछे के विचार और शक्तियाँ अभी भी सक्रिय हैं। हमें उनका मुकाबला करने के लिए सतर्क और एकजुट रहना चाहिए।’
मोदी ने कहा कि दोनों राष्ट्रों के पास भविष्य के लिए लोकतंत्र की दृष्टि और शक्ति है। इस क्षेत्र के लिए यह आवश्यक है कि भारत और बांग्लादेश एक साथ प्रगति करें। इसीलिए भारतीय और बांग्लादेशी सरकारें इस दिशा में सार्थक प्रयास कर रही हैं।
पीएम ने कहा, ‘मैं बांग्लादेश में भाइयों और बहनों को गर्व के साथ याद दिलाना चाहूंगा, बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष में शामिल होना मेरे जीवन की पहली गतिविधियों में से एक था। जब मैं और मेरे साथियों ने बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था, तब मैं 20-22 साल का रहा होगा।’
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों के 50 साल पूरे होने पर, मैं बांग्लादेश के 50 उद्यमियों को भारत आने और अपने स्टार्ट-अप और इनोवेशन इकोसिस्टम में शामिल होने और अपने उद्यम पूंजीपतियों से मिलने के लिए आमंत्रित करना चाहूंगा।