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2022 में बुक बैन की कोशिशों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी, लाइब्रेरी एसोसिएशन ने कहा- पिछले दो साल थकाऊ और भयावह रहे

बुक बैन के साथ ही लाइब्रेरियों को कानूनी कार्रवाई से परेशान होने और धमकी मिलने की बात कही है।

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बुक बैन (Source- Representational Image/ Canva)

अमेरिकन लाइब्रेरी एसोसिएशन द्वारा गुरुवार को जारी की जा रही एक नई रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में स्कूल और सार्वजनिक पुस्तकालयों में बुक बैन और बुक बैन की कोशिशों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई। 2022 में नए रिकॉर्ड बनाते हुए एसोसिएशन को बुक बैन के 1,200 से ज्यादा चैलेंज मिले जो साल 2021 की तुलना में लगभग दोगुना और 20 साल पहले ALA द्वारा डेटा रखना शुरू करने के बाद से अब तक की सबसे अधिक संख्या है।

2022 में बुक बैन की कोशिशों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

अमेरिकन लाइब्रेरी एसोसिएशन (ALA) के कार्यालय को निर्देशित करने वाले देबोराह काल्डवेल-स्टोन कहते हैं, “मैंने ऐसा कभी नहीं देखा। पिछले दो साल थकाऊ और भयावह रहे हैं।” ALA की रिपोर्ट में न केवल बुक बैन की बढ़ती संख्या बल्कि उनकी बदलती प्रकृति के बारे में भी बताया गया है। जिसके मुताबिक, कुछ साल पहले शिकायतें आमतौर पर माता-पिता और किसी समुदाय के सदस्य उठाते थे और यह किसी एक बुक के बारे में होती थीं।

लाइब्रेरियों को मिल रही धमकी

एसोसिएशन के मुताबिक, अब अनुरोध अक्सर कई किताबों पर बैन के लिए होते हैं और राष्ट्रीय समूहों जैसे कंजर्वेटिव मॉम फॉर लिबर्टी द्वारा आयोजित किए जाते हैं, जिसका मिशन सरकार के सभी स्तरों पर अपने पेरेंटल अधिकारों की रक्षा के लिए माता-पिता को एकजुट करना, शिक्षित करना और सशक्त बनाना है। 2021 में 1,858 और 2019 में सिर्फ 566 पुस्तकों पर आपत्ति जताई गई थी। वहीं, 2022 में यह संख्या 2,500 थी।

कई मामलों में एक ही शिकायत में सैकड़ों पुस्तकों को चुनौती दी गई थी। ALA अपने निष्कर्षों को मीडिया खातों और पुस्तकालयों से स्वैच्छिक रिपोर्टिंग पर आधारित करता है और एसोसिएशन का कहना है कि यह संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है। वहीं, देशभर के पुस्तकालयाध्यक्षों ने हिंसा या कानूनी कार्रवाई से परेशान होने और धमकी मिलने की बात कही है।

इन किताबों को किया गया टारगेट

ALA के अध्यक्ष ने एक बयान में कहा, “अब कई पुस्तकालय कर्मचारियों को उनके रोजगार, उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए खतरों का सामना करना पड़ता है। उनका कहना है कि कुछ पुस्तकों को उदारवादियों द्वारा टारगेट किया गया है उनकी नस्लवादी भाषा के कारण, विशेष रूप से मार्क ट्वेन का “द एडवेंचर्स ऑफ हकलबेरी फिन।” हालांकि, अधिकांश शिकायतें रूढ़िवादियों से आती हैं, जो LGBTIQA+ या नस्लीय मुद्दों पर लिखी जाती हैं। इनमें माइया कोबाबे का “जेंडर क्वीर”, जोनाथन एविसन का “लॉन बॉय,” एंजी थॉमस का “द हेट यू गिव” और “1619 प्रोजेक्ट” का एक संस्करण, न्यूयॉर्क टाइम्स से पुलित्जर पुरस्कार विजेता रिपोर्ट शामिल है।

फ्लोरिडा के मार्टिन काउंटी स्कूल डिस्ट्रिक्ट ने अपने मध्य विद्यालयों और उच्च विद्यालयों से दर्जनों पुस्तकों को हटा दिया जिसमें उपन्यासकार जोड़ी पिकॉल्ट, टोनी मॉरिसन के पुलित्जर पुरस्कार विजेता “बेवॉच” और जेम्स पैटरसन की “मैक्सिमम राइड” थ्रिलर के कई काम शामिल हैं। डिसांटिस ने इस महीने की शुरुआत में जारी एक बयान में बड़े पैमाने पर प्रतिबंध लगाने की रिपोर्ट को धोखाधड़ी कहा है, जिसमें कहा गया है कि आरोपों से पता चलता है कि कुछ हमारे स्कूलों को स्वदेशीकरण के लिए इस्तेमाल करने का प्रयास कर रहे हैं।

बैन के बाद भी वापस आती हैं कुछ किताबें

इस बीच बैन के बाद भी कुछ किताबों को वापस लाया जाता है फ्लोरिडा के डुवल काउंटी पब्लिक स्कूल के अधिकारियों ने “रॉबर्टो क्लेमेंटे: द प्राइड ऑफ द पिट्सबर्ग पाइरेट्स” को हटाने के बाद व्यापक रूप से आलोचना की थी जो दिवंगत प्यूर्टो रिकान बेसबॉल स्टार की बच्चों की जीवनी थी। फरवरी में उन्होंने घोषणा की कि पुस्तक फिर से शुरू की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इसकी समीक्षा करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि यह किसी भी राज्य के कानूनों का उल्लंघन नहीं करता है।

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First published on: 23-03-2023 at 18:06 IST
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