G-20 Summit: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) से चीनी प्रेजीडेंट शी जिनपिंग (Chinese President XI Jinping) ने आज तकरीबन तीन घंटे तक मुलाकात की। रूस यूक्रेन वार (Russia – Ukraine War) के दौर में ये बैठक काफी अहम मानी जा रही थी। दोनों देशों ने फैसला लिया कि परमाणु युद्ध (Nuclear War) से हर हाल में बचा जाना चाहिए। ये फैसला रूस के लिहाज से ठीक नहीं है, क्योंकि रूस (Russia) ने हाल ही में परमाणु युद्ध की धमकी दी थी।
खास बात है कि वैश्विक मोर्चेबंदी में जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन साथ माने जाते हैं। ऐसे में जिनपिंग का स्टैंड पुतिन के लिए करारा झटका है। जिनपिंग से मीटिंग के दौरान बाइडन ने ताईवान का मसला भी उठाया। उनका कहना था कि अपने पड़ोसी देश में चीन का दखल वैश्विक शांति के लिए खतरा है। उनका कहना था कि चीन को इस तरह की हरकतों से बचना चाहिए।
दोनों नेता एक दशक से एक दूसरे को जानते हैं
इसके पहले जो बाइडन और शी जिनपिंग की मुलाकात के दौरान जब वो कैमरों के सामने आए तब एक दूसरे को ये कहते हुए मुस्कुराए और एक दूसरे को कहा कि आपको देखकर अच्छा लगा। चीन के शी और बाइडन एक-दूसरे को एक दशक से अधिक समय से जानते हैं, लेकिन सोमवार को उन्हें अपनी वर्तमान भूमिकाओं में पहली बार आमने-सामने देखा।
बाइडेन के सत्ता में आने के बाद दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के संबंध खराब हो गए
2021 की शुरुआत में बाइडन के पदभार ग्रहण करने के बाद से शी के साथ पांच फोन और वीडियो एक्सचेंज हुए हैं लेकिन सोमवार की वार्ता 2017 के बाद से उनकी पहली व्यक्तिगत बातचीत होगी जब बाइडन बराक ओबामा के उपाध्यक्ष थे। आखिरी बार शी ने अमेरिकी नेता से 2019 में डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। आर्थिक प्रतिस्पर्धा, मानवाधिकारों के मुद्दों और चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव पर बाइडन के सत्ता संभालने के बाद से दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंध खराब हो गए हैं। चीन के शिनजियांग क्षेत्र में व्यापार से लेकर मानवाधिकारों तक और ताइवान के स्व-शासित द्वीप की स्थिति को लेकर वाशिंगटन और बीजिंग आमने-सामने हैं।