ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनी ने अलापा कश्मीर राग, ईद पर मुस्लिमों से कहा- कश्मीरियों को दबाने वालों के खिलाफ खड़े हो
अपने पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा- "मुस्लिम सुमदाय को बहरीन, कश्मीर, यमन इत्यादि जगहों पर लोगों का खुलकर समर्थन करना चाहिए और रमजान में लोगों पर हमला करने वाले उत्पीड़कों तथा तानाशाह को अस्वीकार कर देना चाहिए।"

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी ने ईद-उल-फितर के मौके पर नमाज के दौरान कश्मीर राग अलापा। खामेनी ने नमाज के दौरान ग्लोबल इस्लामिक कम्युनिटी (वैश्विक मुस्लिम समुदाय) से अपील की वह कश्मीर, यमन और बहरीन में निर्दोष लोगों पर हो रहे हमले और उत्पीड़न का विरोध तथा निंदा करें। रमजान के पवित्र महीने के आखिरी दिन पर ईरान की राजधानी तेहरान के ग्रेट मुसल्ला मैदान में नमाज के बाद अयातुल्ला ने दुनिया भर के मुस्लिम बुद्धिजीवियों से कहा, “उन्हें कश्मीर जैसे मुद्दों पर अपना स्पष्ट दृष्टिकोण रखना चाहिए जैसे कि ईरान रखता है।
AhlulBayt न्यूज एजेंसी के मुताबिक इस्लामिक क्रांति के इस नेता ने ईद की नमाज के मौके पर जुटे हजारों लोगों के बीच यह बयान दिया। यह पहली बार नहीं है कि जब खामेनी ने कश्मीर मुद्दे के समर्थन में बयान दिया, लेकिन इस बार दिया गया उनका बयान महत्वपूर्ण और विवादास्पद दोनों है। उनकी ओर से ऐसे समय पर बयान दिया गया जब कश्मीर में हिंसा और विरोध प्रदर्शनों को दौर जारी है। वहीं, सोमवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ईरान के मुखर आलोचक रहे हैं।
Muslim world should openly support people of #Bahrain, #Kashmir, #Yemen, etc and repudiate oppressors& tyrants who attacked ppl in #Ramadan.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 26, 2017
Issues surrounding #Bahrain, #Yemen and various issues in other Muslim countries wound the Islamic body as a whole.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 26, 2017
खामेनी की ओर से ट्विटर पर भी इसे लेकर ट्वीट किया गया है। उन्होंने इस मुद्दे पर दो ट्वीट किए। अपने पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा- “मुस्लिम सुमदाय को बहरीन, कश्मीर, यमन इत्यादि जगहों पर लोगों का खुलकर समर्थन करना चाहिए और रमजान में लोगों पर हमला करने वाले उत्पीड़कों तथा तानाशाह को अस्वीकार कर देना चाहिए।” दूसरे ट्वीट में लिखा- “बहरीन, यमन और मुस्लिम देशों में उठने वाले इस तरह के मामले पूरे इस्लामिक निकाय को घाव पहुंचाते हैं।” इस तरह की एक जानकारी (https://english.khamenei.ir/) पर भी दी गई है।

ट्रंप का शुक्रगुजार हूं
आयतुल्ला अली खामेनी ने इससे पहले कहा था कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने ‘अमेरिका का असली चेहरा’ सबके सामने रख दिया। उन्होंने कहा, ‘हम इन साहब के शुक्रगुजार हैं, उन्होंने अमेरिका का असली चेहरा दिखाया है।’ हम जो 30 साल से कह रहे थे कि अमेरिका के शासन तंत्र में राजनीतिक, आर्थिक, नैतिक और सामाजिक भ्रष्टाचार है, ये साहब आए और चुनावों से पहले और चुनावों के बाद इसे सबके सामने उजागर कर दिया।’
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