Sentence To Indian Origin Former Director of Singapore: सिंगापुर (Singapore) स्थित पोतनिर्माण (Shipbuilding) कंपनी के भारतीय मूल के पूर्व निदेशक 36 वर्षीय विग्निश विजेलाल (Vignish Vijelal) को एक अदालत ने पांच साल की सजा सुनाई है। उन पर 2016 में एक वित्तीय फर्म के 1.3 मिलियन सिंगापुर डॉलर (SGD) को ठगने का आरोप है। विग्निश विजेलाल को सोमवार को सजा सुनाई गई।
अपराधों के समय पिता और पुत्र दोनों LMC में निदेशक थे
सिंगापुर के स्ट्रेट्स टाइम्स (Straits Times) अखबार के अनुसार उसने इनवाइस फाइनेंसिंग (Invoice Financing Platform) का काम करने वाली कैपिटल मार्च प्लेटफॉर्म (CMP) को 2016 में फैक्टरिंग एग्रीमेंट (Factoring Agreements) के माध्यम से कई बार धोखा दिया। इसके लिए दस फर्जी चालानों का उपयोग किया। अपराधों के दौरान विजेलाल और उसके पिता लाल मरीन एंड कंस्ट्रक्शन (LMC) में निदेशक थे।
धोखाधड़ी के लिए दोषी को 10 साल तक की जेल होने का प्रावधान है
डिप्टी पब्लिक प्रॉसीक्यूटर सुहास मल्होत्रा के मुताबिक फैक्टरिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कंपनी खुद को कर्ज देकर कर्ज हासिल करती है। रिपोर्ट के अनुसार, विजेलाल अपील करना चाहता है, और उसकी जमानत 110,000 सिंगापुर डॉलर तय की गई है। सिंगापुर में धोखाधड़ी के प्रत्येक अपराध के लिए एक दोषी को 10 साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। रिपोर्ट में न्यायाधीश के हवाले से कहा गया है, “वित्तीय और व्यावसायिक अपराधों के लिए सजा देने में नुकसान की मात्रा को अक्सर आपराधिक गतिविधि से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए एक प्रॉक्सी माना जाता है।”
रिपोर्ट के अनुसार एलएमसी और ऑफशोर बिल्डर केपेल एफईएलएस के बीच दस चालानों में से प्रत्येक चालान के पास वर्क आर्डर था। इन आदेशों पर बताए गए कार्यों के संबंध में दोनों कंपनियों के बीच कोई अनुबंध नहीं था। इसके बजाय एलएमसी की सहयोगी कंपनी- लाल ऑफशोर मरीन (LMC) – और केपल एफईएलएस के बीच एक वास्तविक कार्य आदेश था। डिस्ट्रिक्ट जज मार्विन बे ने इससे पहले ट्रायल के बाद विजेलाल को धोखाधड़ी के 10 आरोपों में दोषी ठहराया था।
उधर, गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा सेक्टर 62 में रहने वाले एक व्यक्ति से मुंबई अपराध शाखा का अधिकारी बनकर अज्ञात साइबर ठगों द्वारा कथित तौर पर लाखों रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मामले में साइबर अपराध थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
नोएडा स्थित साइबर अपराध थाना की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि नोएडा सेक्टर 62 के रजत विहार में रहने वाले रिचर्ड मार्टिन ने शिकायत दर्ज कराई है कि कुछ दिन पहले उनके मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से फोन कॉल आया आया। तहरीर के अनुसार मार्टिन को फोन करने वाले ने खुद को मुंबई अपराध शाखा का अधिकारी बताया और कहा कि उनका एक पार्सल मिला है, जो संदिग्ध है और जांच में पता चला है कि व धन शोधन के धंधे में संलिप्त हैं।