Pakistan Economy Crisis: पाकिस्तान इन दिनों गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में अब अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भी उसकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बता दें कि पाकिस्तान में महंगाई सातवें आसमान पर हैं। ऐसे में उसे पाक सरकार IMF से उम्मीदें लगाए बैठा है लेकिन बदले में उसकी परेशानी बढ़ गई है।
पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है:
मालूम हो कि शुक्रवार (3 फरवरी) को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Pakistan PM Shahbaz Sharif) ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) उनके देश को $ 6.5 बिलियन के बेलआउट से रुके हुए धन को अनलॉक न करके पाकिस्तान के मुश्किल समय में उसकी कठिनाई और बढ़ा रहा है। पाक पीएम ने कहा कि IMF ऐसा तब कर रहा है जब दक्षिण एशियाई अर्थव्यवस्था ‘अकल्पनीय’ स्थिति का सामना कर रही है।
बता दें कि पाक पीएम शरीफ ने पेशावर के पश्चिमोत्तर शहर में नागरिक और सैन्य नेताओं की एक बैठक में यह बयान दिया। इस मीटिंग की अध्यक्षता उन्होंने हाल ही में हुए मस्जिद बम विस्फोट पर एक्शन प्लान तैयार करने के लिए की। मालूम हो कि इस विस्फोट में 100 से अधिक लोग मारे गए थे।
मीटिंग शरीफ ने कहा, “हमारी आर्थिक स्थिति अकल्पनीय है। जैसा कि आप जानते हैं। आईएमएफ मिशन पाकिस्तान में है और यह हमें और कठिनाई में डाल रहा है। जबकि हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा है।” बता दें कि आईएमएफ मिशन वित्तीय मुद्दों से जुड़े उपायों पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तान का दौरा कर रहा है।
वहीं आईएमएफ ने शहबाज शरीफ सरकार के सामने शर्त रख है कि सभी सियासी दलों को एक मंच पर लाना होगा। जिसके बाद आर्थिक स्थिति पर सभी नेताओं से मशविरा करने के बाद ही आईएमएफ कोई फैसला करेगा।
बता दें कि पाकिस्तान इन दिनों गंभीर नकदी संकट है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 16.1 प्रतिशत की तीव्र गिरावट के साथ 10 साल के निचले स्तर पर लुढ़क गया है। शुक्रवार (3 फरवरी) को पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक एसबीपी ने जानकारी दी कि पिछले वित्त वर्ष के अंत में पाक का विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ 3.09 अरब डॉलर पर आ गया। विदेशी कर्ज भुगतान की वजह से पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 59.2 करोड़ डॉलर की गिरावट आई है।