नेपाल की राजधानी के बीचोंबीच स्थित 19वीं सदी का नौ मंजिला धरहारा मीनार शनिवार को सैकड़ों पर्यटकों की कबग्राह बन गया जो इस मीनार से काठमांडो घाटी के मनोरम नजारों का दीदार करने आए थे।
नेपाल में रिक्टर पैमाने पर 7.9 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आने के बाद यह 50.5 मीटर ऊंची ऐतिहासिक मीनार जमींदोज हो गई और सैकड़ों पर्यटक इसके मलबे में दब गए।
पुलिस ने बताया कि मलबे से अब तक कम से कम 180 शव निकाल लिए गए हैं। कई लोग अब भी मलबे में दबे हैं। बचावकर्मियों को मलबे से शवों को निकालते देखा गया और मौके पर मौजूद लोगों ने बचाव कार्य में हाथ बंटाया।
सफेद रंग के इस टॉवर में 200 से अधिक घुमावदार सीढ़ियां हैं। राजधानी के बीचोंबीच स्थित इस बड़े पर्यटन स्थल का निर्माण 1832 में नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री भीमसेन थापा ने कराया था। मीनार के शीर्ष पर भगवान शिव की एक छोटी मूर्ति लगी थी।