Gwadar Rights Movement: पाकिस्तान (Pakistan) के बलूचिस्तान प्रांत (Balochistan Province) में प्रदर्शनकारियों (Protestors) ने जमकर बवाल काटा। अल अरबिया पोस्ट (Arabiya Post) के मुताबिक ग्वादर राइट्स मूवमेंट के नेता (Gwadar Rights Movement leader) मौलाना हिदायतुर रहमान (Maulana Hidayatur Rehman) ने चीनी नागरिकों (Chinese Citizen) को ग्वादर बंदरगाह क्षेत्र (Gwadar Port Area) छोड़ने की चेतावनी जारी की है। ग्वादर में रहने वाले चीनी नागरिकों को चेतावनी जारी करते हुए रहमान ने कहा कि अगर सरकार (Government) उनके शांतिपूर्ण विरोध (Peaceful Protest) को ‘अनदेखा’ करती है तो वहां के लोगों को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हथियार उठाने के अधिकार हैं।
Chinese Citizen को ग्वादर छोड़ने का आह्वान
अल अरबिया पोस्ट ने द एशियन लाइट इंटरनेशनल का हवाला देते हुए बताया कि मौलाना हिदायत रहमान ने वहां रह रहे लगभग 500 चीनी नागरिकों से ग्वादर छोड़ने का अभी हाल में आह्वान किया था। बलूचिस्तान में चीनी उपस्थिति और पाकिस्तानी सरकार द्वारा बलूचिस्तानियों की पूरी तरह से उपेक्षा की वजह से वहां के स्थानीय लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
कहीं ढह न जाए CPEC प्रोजेक्ट!
ग्वादर बंदरगाह में चीनी उपनिवेशवाद द्वारा विकसित विकास और आर्थिक विकास की कमी ने चीन विरोधी भावना की जमीनी उभार दे दिया है, जिसकी वजह से वहां के स्थानीय लोगों ने हाल ही में चीनी नागरिकों को एक सप्ताह के भीतर वहां से जाने के लिए कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा समय पाकिस्तान के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह में निर्माणाधीन CPEC के आधारशिला के रूप में कहीं ढह न जाए।
साल 2021 से चीनी नागरिकों पर हो रहे हैं Terror Attack
रिपोर्ट के मुताबिक,दिसंबर के तीसरे हफ्ते में विरोध प्रदर्शन के दौरान मौलाना हिदायतुर रहमान ने चीनी नागरिकों को एक हफ्ते के भीतर ग्वादर छोड़ने की चेतावनी दी थी। लगभग दो महीने से चल रहे विरोध प्रदर्शनों में ग्वादर के पोर्ट पर एंट्री और पोर्ट को पाकिस्तान के मुख्य राजमार्ग नेटवर्क से जोड़ने वाली एक मेन रोड ग्वादर ईस्ट बे एक्सप्रेसवे को भी रोक दिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने ग्वादर में सुरक्षा चौकियों को कम करने और गहरे समुद्र में मछली पकड़ने पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने सरकार से ईरान के साथ अनौपचारिक सीमा व्यापार पर अंकुश लगाने को भी कहा है। चीनी नागरिक 2021 से पाकिस्तान में आतंकी हमलों का निशाना बन रहे हैं।