पाकिस्तान में आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती जा रही है। इससे निजात के लिए सरकार के तमाम उपाय कारगर नहीं साबित हो रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को राजनीतिक नेतृत्व से राष्ट्रीय एकता कायम करने की अपील की, ताकि देश को नकदी संकट से उबारा जा सके। इससे एक दिन पहले शरीफ ने पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) अध्यक्ष इमरान खान को देश में जारी राजनीतिक और आर्थिक संकट के समाधान के लिए संवाद की पेशकश की थी। सीनेट की स्वर्ण जयंती पर आयोजित सत्र में शरीफ ने कहा कि बिना राजनीतिक स्थिरता के आर्थिक स्थिरता नहीं लाई जा सकती।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता ने भी दिए सुलह के संकेत
इमरान खान ने भी सुलह-समझौते का संकेत देते हुए कहा कि वह किसी से भी बातचीत करने और देश की तरक्की, हित और लोकतंत्र के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया, ‘‘हम पाकिस्तान की तरक्की, हित और लोकतंत्र के लिए किसी भी कुर्बानी से पीछे नहीं हटेंगे।’’ खान ने कहा, ‘‘मैं किसी से भी बातचीत करने और इसके लिए हर कदम उठाने को तैयार हूं।’’
उधर, पुलिस ने गुरुवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद समेत कई आरोपों में प्राथमिकी दर्ज कर ली। पंजाब पुलिस की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी के मुताबिक, इमरान खान ने ज़मान पार्क में मौजूद अपनी पार्टी के 2,500 से अधिक कार्यकर्ताओं को पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए उकसाया, जो पूर्व प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार करना चाहते थे। पुलिस के मुताबिक, पीटीआई समर्थकों ने पुलिस वाहनों को आग लगा दी, पुलिसकर्मियों और रेंजर्स पर पेट्रोल बम फेंके, जिसके कारण कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं।
देश भर में इमरान खान पर
इमरान के खिलाफ देशभर में 83 प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं, जिनमें उनपर जनता को भड़काने, महिला न्यायाधीश की अवमानना और आधिकारिक काम में हस्तक्षेप से लेकर हत्या, हत्या के लिए उकसाने, आतंकवाद, देशद्रोह और ईशनिंदा तक के कई आरोप शामिल हैं। लाहौर के पॉश जमान पार्क इलाके में खान (70) रहते हैं। यहां तोशाखाना मामले में मंगलवार को इमरान खान को गिरफ्तार करने पहुंचे पुलिसकर्मियों की उनके समर्थकों के साथ झड़प हुई थी। खान समर्थक पुलिस को अपने नेता को गिरफ्तार करने से रोक रहे थे।
इस दौरान झड़प में 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। लाहौर उच्च न्यायालय के आदेश के बाद, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के कर्मी बुधवार को खान के आवास से हट गए, जिससे संघर्ष रुक गया। खान (70) पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले उपहारों को तोशाखाना से कम दाम पर खरीदने और मुनाफे के लिए बेचने के आरोप हैं।