China Covid-19 Cases: साल 2022 के अंतिम दिन चीन (China) के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (XI Jinping) ने देश के नाम संबोधन दिया। इस दौरान जिनपिंग ने स्वीकार किया कि चीन में मौजदूा समय में चल रही कोविड-19 की लहर एक नये चरण में प्रवेश कर गई है। शनिवार (31 दिसंबर) को उन्होंने कहा कि चीन के सामने कड़ी चुनौतियां बरकरार हैं।
देश के सामने कड़ी चुनौतियां बनी हुई हैं- जिनपिंग:
दरअसल, चीन से भारत (India) और दूसरे देश जाने वाले यात्रियों की कोरोना जांच करने जैसे कदम के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बीजिंग को कोरोना वायरस के स्वरूपों को लेकर अधिक जानकारी देने को को कहा है। वहीं नए साल की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में शी जिनपिंग ने कहा, “कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में हम एक नये चरण में प्रवेश कर गये हैं। इस लड़ाई में देश के सामने कड़ी चुनौतियां बनी हुई हैं।”
शी जिनपिंग ने कहा कि इस तरह की चुनौतियों से निपटना चीन के लिए आसान नहीं रहा है, क्योंकि देश को अभूतपूर्व मुश्किलों और चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। शी ने कहा कि चीन की इसके पहले कोरोना के खिलाफ असाधारण तरीके से अभूतपूर्व मुश्किलों से लड़ाई लड़ी और पार पाने में मिली।
जिनपिंग ने देश में मौजूद कोरोना वायरस से बने गंभीर हालात के बारे में किसी तरह की जानकारी मुहैया किये बगैर यह बातें कही। अपने संबोधन में शी जिनपिंग ने चीन में कोरोना बढ़ते मामलों को लेकर कहा, “हमारे सामने उम्मीद की किरण है। हमें इस मुश्किल से निपटने के लिए कुछ अधिक कोशिश करनी होगी क्योंकि एकता का मतलब जीत है।”
China Covid-19-जीरो कोविड नीति में दी गई ढील:
बता दें कि चीन में जीरो-कोविड नीति में चीन ने ढील दी है। यह राहत लोगों द्वारा हुए प्रदर्शन के बाद दी गई है। गौरतलब है कि जिनपिंग ने दिसंबर महीने की शुरुआत में रातों रात ढील देने का फैसला किया था। जिसके बाद पिछले कुछ दिनों में यह दूसरा मौका है, जब शी ने देश में कोविड की मौजूदा स्थिति पर अपनी बात रखी है।