NASA सेंटर से ‘कल्पना चावला’ ने भरी उड़ान, स्पेस टॉयलेट समेत 3628 Kg का कार्गो लिए है साथ, खोजेगा इंसानी जिंदगी से जुड़े जवाब
नासा के स्टेशन से अंतरिक्षयान की लॉन्चिंग के मौके पर कल्पना के पति रहे जॉन हैरिस भी मौजूद थे, उन्होंने इसे गौरवपूर्ण क्षण बताया।

भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्षयात्री कल्पना चावला के नाम पर रखे गए स्पेसक्राफ्ट ने आज नासा के लॉन्चिंग सेंटर से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भर ली है। अमेरिकी कमर्शियल स्पेस कंपनी नॉर्थरोप ग्रुमैन ने आईएसएस में जरूरत की चीजें पहुंचाने वाले अपने स्पेसक्राफ्ट का नाम कल्पना चावला के नाम पर रखा है। बताया गया है कि अंतरिक्ष यान अमेरिका के समयानुसार शुक्रवार रात को लॉन्च हुआ, तब भारत में सुबह के 6.45 बज रहे थे। यह यान ISS पर 3628 किलोग्राम सामान लेकर गया है।
कल्पना चावला अंतरिक्ष यान की लॉन्चिंग के मौके पर उनके पति समेत नासा के कई इंजीनियर मौजूद थे। उनके पति जॉन हैरिस ने कहा कि यह गर्व का क्षण है कि उनकी पत्नी के नाम पर रखे गए इस रॉकेट ने आज उड़ान भरी। बता दें कि नॉर्थरोप ग्रुमैन ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि वह अपने अगले कमर्शियल स्पेसक्राफ्ट का नाम कल्पना चावला रखेगा। इस कंपनी ने कहा था कि यह हमारी परंपरा है कि आईएसएस जाने वाले यान का नाम ऐसी शख्सियत पर रखा जाए, जिन्होंने मानव अंतरिक्ष यान में खास भूमिका निभाई हो। कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला थीं। इतिहास में उनके अहम स्थान के लिए उन्हें इस सम्मान के लिए चुना गया। मानव अंतरिक्ष यान में उनके योगदान का स्थायी असर पड़ा है।
क्या होंगी स्पेसक्राफ्ट की खासियतें?: ये स्पेसक्राफ्ट आईएसएस पर कार्गो डिलीवर करने के साथ ही वहां फायर एक्सपेरिमेंट करेगा। इससे माइक्रोग्रैविटी में आग लगने की क्षमता परखी जाएगी। इसके अलावा इसमें एक स्पेस टॉयलेट भी भेजा जा रहा है। इस 2.3 करोड़ के कमोड को भविष्य के इस्तेमाल के लिए टेस्ट किया जाएगा।
इसके अलावा इस अंतरिक्ष यान में मूली उगाने वाले पौधे भी भेजे गए हैं। रिसर्चर्स कुछ अन्य पौधों पर अलग-अलग मिट्टी और रोशनी के हालात में उन्हें उगाने की कोशिश करेंगे और उनका स्वाद लेकर देखेंगे, ताकि स्पेस में ज्यादा पौष्टिक और बेहतर स्वाद वाला खाना मुहैया हो सके।