रूस के राष्ट्रपति की खराब सेहत से बढ़ गई थी ब्रिटेन की चिंता, दिल का दौरा पड़ने पर ही शोक संबंधी बयान की शुरू कर दी थी तैयारी
हाइडे पार्क में उन्होंने (येल्तसिन ने) बहुत शराब पी और फिर एक समारोह में अपनी अनुपस्थिति को लेकर अफसोस जाहिर किया। येल्तसिन को 26 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने के बाद मॉस्को के एक अस्पताल में ले जाया गया।

ब्रिटेन 1995 में रूसी राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन को अक्सर पड़ने वाले दिल के दौरों और शराब पीने की उनकी लत से इतना चिंतित था कि पद पर रहते हुए उनका निधन हो जाने की आशंका के चलते आकस्मिक योजनाएं पहले ही तैयार कर ली जाती थीं। सार्वजनिक हुईं फाइलों से मंगलवार को यह खुलासा हुआ।
ब्रिटेन के नेशनल आर्काइव्स से जारी दस्तावेजों के मुताबिक येल्तसिन को दूसरी बार दिल का दौरा पड़ने के बाद विदेश मंत्रालय ने उनकी सेहत को लेकर डर के चलते शोक संबंधी बयान तैयार करने शुरू कर दिए थे। येल्तसिन ने 23 अक्टूबर, 1995 को न्यूयॉर्क के हाइडे पार्क में अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ शिखर वार्ता की थी।
उसी दिन मास्को में राजदूत एंड्रयू वुड ने येल्तसिन के स्वास्थ्य के बारे में न्यूयार्क में दस्तावेज लिखा जिसमें उन्होंने कहा था ‘‘हाइडे पार्क में उन्होंने (येल्तसिन ने) बहुत शराब पी और फिर एक समारोह में अपनी अनुपस्थिति को लेकर अफसोस जाहिर किया।’’ येल्तसिन को 26 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने के बाद मॉस्को के एक अस्पताल में ले जाया गया।
चार महीने के भीतर उन्हें दूसरी बार दिल का दौरा पड़ा था। ब्रिटेन इसलिए परेशान रहता था क्योंकि कूटनीतिक वार्ताओं के दौर के बीच में येल्तसिन का अगर निधन हो जाता तो असाधारण राजनीतिक भ्रम पैदा हो जाता। खराब स्वास्थ्य के बावजूद येल्तसिन 1999 में दिसंबर तक सत्ता में रहे। उनका निधन 2007 में 76 साल की उम्र में हुआ।