Brazil Riot: ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ( Jair Bolsonaro) के हजारों समर्थकों ने राजधानी ब्रासीलिया (Brasilia) में कांग्रेस (Parliament), सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया। हजारों प्रदर्शनकारियों ने ब्रासीलिया के विशाल थ्री पॉवर्स स्क्वायर की सबसे बड़ी इमारतों के सुरक्षा बैरिकेड्स को दरकिनार कर दिया और छतों पर चढ़ गए। उन्होंने खिड़कियों को तोड़ दिया और तीनों इमारतों पर हमला कर दिया। ब्राजील में हुए हंगामे ने दुनियाभर में अमेरिका के कैपिटल हिल (US Capitol Hill) पर डोनाल्ड ट्रंप समर्थकों के हिंसक प्रदर्शन की याद दिला दी है।
पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपित जो बाइडेन ने की हंगामे की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने ब्राजील में हुए हंगामे की निंदा और शांति की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि ब्रासीलिया में हंगामें और सरकारी संस्थानों में तोड़फोड़ की खबरों से वह दुखी हैं। उन्होंने सभी से लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करने की अपील की है। पीएम मोदी ने लिखा कि भारत ब्राजील सरकार के साथ है। वहीं, बाइडेन ने ब्राजील में लोकतंत्र और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि ब्राजील की लोकतांत्रिक संस्थाओं को हमारा पूरा समर्थन है और वहां के लोगों की इच्छा को कम आंका नहीं जा सकता है।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे- सैकड़ों प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
बोल्सोनारो (Jair Bolsonaro) के समर्थकों के भयानक उत्पात को रोकने के लिए देश की सबसे बड़ी सरकारी इमारतों के सुरक्षाकर्मियों और पुलिसकर्मियों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पुलिस ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया है। प्रदर्शनकारियों के हंगामे से जुड़े कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं।
पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो का चुनावी हार स्वीकार करने से इनकार
ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने अपनी चुनावी हार को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने अपने वामपंथी प्रतिद्वंद्वी और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा को हटाने की मांग की है। रविवार को प्रदर्शन कर रहे बोल्सोनारो के समर्थकों ने इस मामले में सैन्य दखल की अपील की और बोल्सनारो को सत्ता में बहाल किए जाने की मांग की। उन्होंने लूला को राष्ट्रपति पद से हटा देने को लेकर प्रदर्शन जारी रखने की बात भी कही है।
लूला ने कहा – प्रदर्शनकारियों को सजा मिलनी चाहिए, बोल्सनारो ने साधी चुप्पी
साओ पाउलो राज्य में नए राष्ट्रपति लूला ने कहा कि बोल्सनारो ने उन लोगों के विद्रोह को बढ़ावा दिया था जिन्हें खुद उन्होंने ही कभी “फासीवादी कट्टरपंथियों” कहा था। लूला ने संघीय जिले में सुरक्षा का नियंत्रण लेने के लिए संघीय सरकार का एक नया सरकारी फरमान भी पढ़ा। लूला ने कहा, “उन्होंने जो किया उसकी कोई मिसाल नहीं है और इन लोगों को सजा मिलनी चाहिए।” लूला के राष्ट्रपति पद का अधिकार लेने से पहले फ्लोरिडा के लिए उड़ान भरने वाले बोल्सनारो ने इन हंगामे की घटनाओं पर कोई बयान नहीं दिया है।
राष्ट्रीय ध्वज के रंग को बनाया प्रदर्शन का निशान
टीवी चैनल ग्लोबो न्यूज ने प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय ध्वज के हरे और पीले रंग पहने हुए दिखाया। ये रंग देश के रूढ़िवादी आंदोलन का प्रतीक बन गए हैं। बोलसोनारो के समर्थकों ने भी इसे अपनाया था। प्रदर्शनकारियों ने नए राष्ट्रपति के बैठक वाले कमरे में सबसे ज्यादा तोड़फोड़ की। राष्ट्रपति भवन और कांग्रेस भवन में आगजनी की कोशिश भी की गई है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में प्रदर्शनकारियों ने जजों के साथ मारपीट भी की है।