ओबामा ने कहा- रूस के साथ बेहतर रिश्ते, अमेरिका एवं विश्व के हित में
ओबामा ने स्वीकार किया कि वर्ष 2012 में व्लादिमिर पुतिन के अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद द्विपक्षीय संबंध प्रभावित हुए।

निर्वतमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गुरुवार (19 जनवरी) को कहा कि रूस के साथ ‘रचनात्मक’ संबंध अमेरिका एवं विश्व के हित में हैं और साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि व्लादिमिर पुतिन के कार्यकाल में द्विपक्षीय संबंध प्रभावित हुए हैं। डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता सौंपने से पहले व्हाइट हाउस में अपने आखिरी संवाददाता सम्मेलन में ओबामा ने पत्रकारों से कहा, ‘मुझे लगता है कि रूस के साथ रचनात्मक संबंध अमेरिका और विश्व के हित में हैं। अपने कार्यकाल के दौरान मेरा लगातार यही रुख रहा है। जहां हमारे हित एक-दूसरे से जुड़े हुए थे वहां हमने मिल-जुलकर काम किया।’ उन्होंने स्वीकार किया कि वर्ष 2012 में व्लादिमिर पुतिन के अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद द्विपक्षीय संबंध प्रभावित हुए।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह कहना सही होगा कि राष्ट्रपति पुतिन के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने अमेरिकी विरोधी बयानबाजी करने के साथ ही वैश्विक मामलों के प्रति ऐसा रुख रहा जो इस तरह का था जैसे जो कुछ भी अमेरिका कर रहा है वह सब रूस के लिए हानिकारक है। इससे रूस-अमेरिका के बीच संबंध ऐसे हो गए जैसे शायद शीत युद्ध के दौरान रहे होंगे। इसने रिश्तों को भी और जटिल कर दिया। ओबामा ने स्पष्ट किया कि अमेरिका ने परमाणु हथियार संबंधी विवादों के चलते रूस पर प्रतिबंध नहीं लगाए। उन्होंने कहा, ‘ऐसा किसी देश, रूस के हाथों यूक्रेन की स्वतंत्रता और संप्रभुता के अतिक्रमण किया गया। यह हमारा फैसला नहीं था वह पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का फैसला था।’ ट्रंप ने हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में रूस के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा था कि वह परमाणु हथियारों में कमी लाने के समझौते के बदले मास्को पर लगे प्रतिबंध हटाने का प्रस्ताव लाएंगे।
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