उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने मंगलवार को चेतावनी दी कि उनका देश अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ तीखा कदम उठाने के लिए तैयार है। एक दिन पहले ही अमेरिका ने दक्षिण कोरियाई युद्धक विमानों के साथ संयुक्त अभ्यास के तहत कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बी-52 बमवर्षक विमान उड़ाया था। दोनों देशों की सेनाएं भी इस महीने के अंत में अपने सबसे बड़े क्षेत्र अभ्यास को फिर से शुरू करने की तैयारी कर रही हैं।
उत्तर कोरिया ने अमेरिका-दक्षिण कोरियाई सैन्य अभ्यास के जवाब में पहले भी मिसाइलों का परीक्षण किया है। किम यो जोंग ने एक बयान में कहा कि उनकी नजरें अमेरिकी बलों और कठपुतली की तरह काम करने वाली दक्षिण कोरियाई सेना पर लगातार बनी हुई हैं। हम किसी भी समय आक्रामक कदम उठाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया की हरकतों की अनदेखी नहीं की जा सकती। यह उत्तर कोरिया को उनसे निपटने के लिए कुछ करने के लिए मजबूर होने पर विवश कर रहा है।
उधर दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि बी-52 की तैनाती उत्तर कोरिया की आक्रामकता को रोकने के लिए है। पिछले महीने अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के परमाणु खतरों को देखते हुए वाशिंगटन में एक अभ्यास आयोजित किया था।
चीन को रोकने के लिए अमेरिका पश्चिमी देशों का नेतृत्व कर रहा- जिनपिंग
उधर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका को लाल आंखें दिखाते हुए कहा कि चीन की प्रगति को रोकने के लिए अमेरिका पश्चिमी देशों का नेतृत्व कर रहा है। इससे चीन के विकास की राह में चुनौतियां खड़ी हो रही हैं। हांगकांग के ‘साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट’ की एक खबर के मुताबिक जिनपिंग ने कहा कि बाहरी माहौल तेजी से बदल गया है। उन्होंने कहा कि हम जिन जोखिमों और चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, वो भविष्य में और बढ़ेंगे और अधिक गंभीर हो जाएंगे। चीनी सरकार ने रविवार को 2023 में अनुसंधान पर खर्च को दो फीसदी बढ़ाकर 328 अरब युआन (47 अरब डॉलर) करने का प्रस्ताव दिया है।
गौरतलब है कि अमेरिका ने हुआई जैसी दिग्गज चीनी प्रौद्योगिकी कंपनियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। यूरोपीय संघ के अलावा अमेरिका ने अधिकारियों को चीनी सोशल मीडिया ऐप ‘टिकटॉक’ को अपने फोन से हटाने को कहा है ताकि उनके फोन के डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।