हिंसा के बाद सत्ता हस्तांतरित करने पर सहमत हुए डोनाल्ड ट्रंप
राष्ट्र के नाम संदेश में कहा, "इस समय, हमारा लोकतंत्र अभूतपूर्व संकट में है। किसी अन्य चीज के विपरीत हमने यह आधुनिक युग में देखा है। यह स्वतंत्रता के दुर्ग, कैपिटल पर हमला है। यह लोगों के प्रतिनिधियों तथा कैपिटल हिल पुलिस पर हमला है।"

अमेरिकी संसद में हिंसा के बाद डोनाल्ड ट्रंप सत्ता हस्तांतरित करने को तैयार हो गए हैं। 20 जनवरी को उनका कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। कैपिटल हिल पर हुई हिंसा में चार लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद कई अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया।
इस बीच, ट्विटर और फेसबुक ने एक अभूतपूर्व कदम के तहत ट्रंप के एकाउंटों को अवरुद्ध कर दिया था। ट्विटर ने ट्रंप के एकाउंट को 12 घंटे के लिए अवरुद्ध कर दिया था और समर्थकों को उनके संबोधन सहित उनके तीन वीडियो भी अवरुद्ध कर दिए।फेसबुक ने कहा कि वह नीति उल्लंघन के चलते राष्ट्रपति के एकांउट को 24 घंटे के लिए अवरुद्ध कर रहा है। ट्विटर अकाउंट अब फिर से शुरू हो गया है।
इससे पहले बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में शिकस्त के बाद भी डोनाल्ड ट्रंप और उनके समर्थक हार मानने को तैयार नहीं थे। डोनाल्ड ट्रंप दबाव बना रहे थे कि चुनाव में धांधली हुई है। उनके समर्थकों ने इसी सिलसिले में कैोपिटल बिल्डिंग पर धावा बोल दिया। इस दौरान उपद्रवियों को रोकने में अमेरिका संसद में ही गोली चल गई। इसमें एक महिला की जान भी चली गई। पुलिस का कहना है कि अब तक कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से तीन लोगों की मौत मेडिकल इमरजेंसी के दौरान हुई।
इस घटना के बाद ट्रंप के कई साथी और रिपब्लिकन सांसद भी उनके खिलाफ खड़े हो गए हैं और राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने की मांग कर रहे हैं। साथ ही ट्रंप से जुड़े कई अफसरों ने पद छोड़ने भी शुरू कर दिए हैं। अब तक डिप्टी एनएसए मैट पोटिंजर और व्हाइट की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी सारा मैथ्यू इस्तीफा दे चुकी हैं। खबर है कि ट्रंप के एनएसए रॉबर्ट ओ ब्रायन और डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ क्रिस लिडेल भी कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के विरोध में पद छोड़ सकते हैं। इससे पहले फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप की पत्नी की चीफ ऑफ स्टाफ स्टेफनी ग्रिशम ने भी इस्तीफा दे दिया।
Highlights
ट्रंप के समर्थकों ने संसद की कार्यवाही के दौरान सदन में हंगामा किया।। पोस्टर बैनर के साथ इमारत में हर तरफ किया कब्जा। सुरक्षाबलों ने ट्रंप समर्थकों पर आंसू गैस के गोले छोड़े। नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा ये विरोध नहीं विद्रोह है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिका के वाशिंगटन में हुई हिंसा पर चिंता जताई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लोकतंत्र में सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण ढंग से होना जरूरी है। बता दें कि वाशिंगटन में हजारों की संख्या में डोनाल्ड ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल हिल पर कब्जा करने की कोशिश की, सीनेट में हंगामा किया।
अमेरिकी संसद के अंदर निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा किये गये हमले की दुनियाभर में निंदा की जा रही है। हर कोई इस हमले के लिए ट्रंप को दोषी ठहरा रहा है। इधर इस हमले पर अमेरिकी मीडिया में भी जबरदस्त नाराजगी है।
अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अवहेलना करते हुए कहा है कि उन्हें निर्वाचक मंडल के मतों को खारिज करने की एकतरफा शक्ति प्राप्त नहीं है। निर्वाचक मंडल के मतों के आधार पर जो बाइडन 20 जनवरी को अमेरिका के अगले राष्ट्रपति बनेंगे।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कम से कम तब तक फेसबुक का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे, जब तक देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यकाल का उद्घाटन नहीं हो जाता। फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने एक पोस्ट के जरिए इस असाधारण कदम की घोषणा करते हुए कहा कि ट्रंप के भड़काने पर भीड़ द्वारा बुधवार को कैपिटल भवन (अमेरिकी संसद भवन) में घातक हमला किए जाने के बाद निवर्तमान राष्ट्रपति को इस मंच का इस्तेमाल करते रहने की अनुमति देने का जोखिम बहुत बड़ा है।
ट्विटर और फेसबुक ने एक अभूतपूर्व कदम के तहत ट्रंप के एकाउंटों को अवरुद्ध कर दिया। ट्विटर ने ट्रंप के एकाउंट को 12 घंटे के लिए अवरुद्ध कर दिया और समर्थकों को उनके संबोधन सहित उनके तीन वीडियो भी अवरुद्ध कर दिए।फेसबुक ने कहा कि वह नीति उल्लंघन के चलते राष्ट्रपति के एकांउट को 24 घंटे के लिए अवरुद्ध कर रहा है।
अमेरिकी संसद में ट्रंप समर्थकों के कब्जे और हिंसा से नागरिकों में गहरी नाराजगी है। लोगों का कहना है अमेरिका ने अपने लंबे लोकतांत्रिक इतिहास में इन दृश्यों का सामना कभी नहीं किया था। राष्ट्रपति के चुनाव में जीत दर्ज करने वाले डेमोक्रेट नेता जो बाइडेन से ट्रंप समर्थक नाराज हैं। उनका कहना है कि ट्रंप को गलत तरीके से हराया गया है। हालांकि सदन में जो बाइडेन की जीत पर मुहर लगने के बाद अब वे 20 जनवरी को राष्ट्रपति का कार्यभार औपचारिक रूप से संभालेंगे।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने मेरिक गार्लेंड को अटॉनी जनरल नामित करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। भारतवंशी वनिता गुप्ता एसोसिएट अटॉर्नी जनरल होंगी।
अमेरिकी संसद भवन ‘कैपिटल बिल्डिंग’ के 220 साल के इतिहास में बुधवार जैसी घटना पहले कभी नहीं हुई जब निर्वतमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समर्थक हजारों दंगाई यहां घुस आए और संवैधानिक दायित्वों के निर्वाह में बाधा पहुंचाने की हर संभव कोशिश की। अमेरिका के लोकतांत्रिक इतिहास में इसे काला दिन बताया जा रहा है।
अमेरिकी संसद पर हमले और हिंसा में कई अधिकारी भी घायल हो गए। बताया गया है कि कैपिटल बिल्डिंग में नेशनल गार्ड्स के पहुंचने के बाद स्थितियां नियंत्रित कर ली गईं। फिलहाल स्थिति को देखते हुए वॉशिंगटन डीसी में कर्फ्यू लगा है। साथ ही मेयर ने 15 दिन की इमरजेंसी का भी ऐलान कर दिया।
अमेरिकी संसद पर हमले को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राजद्रोह बताया है। साथ ही कहा है कि यह वह अमेरिका नहीं, जिसकी हम कल्पना करते हैं। बता दें कि कैपिटल बिल्डिंग में ही संसद के दोनों सदनों (हाउज ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट) की बैठक होनी थी। इसमें ट्रंप और बाइडेन को मिले इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती होनी थी। हालांकि, ट्रंप समर्थक संख्या बल में कम पड़े पुलिसवालों को छकाते हुए संसद के अंदर घुस गए और उपद्रव करने लगे।
चुनाव नतीजों के संसद से सत्यापन पर टिप्पणी करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘‘यह फैसला राष्ट्रपति पद के इतिहास में उनके पहले महान कार्यकाल की समाप्ति को प्रकट करता है।’’
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अमेरिकी संसद में ट्रंप समर्थकों द्वारा की गई हिंसा का मजाक उड़ाया है। अखबार ने पहले स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का मजाक उड़ाया। इसके बाद हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी पर तंज कसा जा रहा है। नैंसी ने हांगकांग में हुए प्रदर्शन की तस्वीरों को सुंदर दृश्य बताया था। अब चीनी वेबसाइट ने अमेरिकी कैपिटल बिल्डिंग हिंसा को शानदार दृश्य करार देकर पेलोसी पर तंज कसा है।
कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा भड़काने के जिम्मेदार माने जा रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद के बाइडेन और कमला हैरिस की जीत के फैसले के ठीक बाद बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि वे चुनाव नतीजों को नहीं मानते, पर 20 जनवरी को नियमों के तहत सत्ता का हस्तांतरण होगा। ट्रंप ने कहा कि वे हमेशा से यह बोलते रहे हैं कि उनकी लड़ाई इस बात की रहेगी कि कानूनी वोटों की गिनती हो। ट्रंप ने कहा कि यह हमारी अमेरिका को फिर से महान बनाने की लड़ाई की शुरुआत है।
अमेरिकी संसद ने इलेक्टोरल कॉलेज के फैसले को स्वीकार कर लिया। इस लिहाज से 3 नवंबर को चुनाव में जीत दर्ज करने वाले जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ हो गया। उनके साथ कमला हैरिस अमेरिका की पहली अश्वेत और दक्षिण एशियाई मूल की उपराष्ट्रपति होंगी। ट्रंप के 20 जनवरी को पद से हटने के बाद दोनों शपथ लेंगे।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा भड़काने के लिए निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यह देश के लिए ‘‘बेहद अपमान और शर्मिंदगी’’ का पल है। यूएस कैपिटल में बुधवार के हजारों ट्रंप समर्थक दंगाइयों के घुसने और संसद के संयुक्त सत्र को बाधित करने के बाद पूर्व राष्ट्रपति ओबामा का यह बयान आया है। ओबामा ने एक बयान में कहा, ‘‘इतिहास कैपिटल में हुई आज की हिंसा की घटना को याद रखेगा जिसे वैध चुनावी नतीजे के बारे में लगातार निराधार झूठ बोलने वाले एक निवर्तमान राष्ट्रपति ने भड़काया। यह अमेरिका के लिए बेहद अपमान और शर्म की बात है।’’
वॉशिंगटन डीसी स्थित कैपिटल बिल्डिंग पर हुई हिंसा के बीच अमेरिकी एयरलाइंस कंपनी डेल्टा एयरलाइंस और एक अन्य कंपनी ने अपनी फ्लाइट्स की सुरक्षा बढ़ा दी है। इसके अलावा कंपनियों ने वॉशिंगटन एयरपोर्ट पर अतिरिक्त जवान तैनात किए जाने की मांग की है। यहां से उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स में एहतियात के तौर पर फिलहाल शराब सर्व करने पर रोक लगी रहेगी।
कैपिटल बिल्डिंग हिंसा की घटना के बाद वॉशिंगटन डीसी में मौजूद अमेरिकी सेना की स्पेशल यूनिट को बुलाया गया। महज 20 मिनट में इसने मोर्चा संभाला। कुल मिलाकर 1100 स्पेशल गार्ड्स अब भी कैपिटल हिल के बाहर और अंदर तैनात हैं। राजधानी में कर्फ्यू है।
कैपिटल बिल्डिंग हिंसा पर दुनियाभर के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। इस बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि कनाडाई हमारे सबसे करीबी दोस्त और पड़ोसी अमेरिका में हुई इस घटना से परेशान और दुखी हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा कभी भी लोगों की इच्छा पर भारी नहीं पड़ सकती। अमेरिका में लोकतंत्र की जीत होगी।
खबर है कि कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति माइक पेंस के बीच लकीरे खिंच चुकी हैं। बताया गया है कि माइक पेंस राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से की गई आलोचना पर उनसे खफा हैं। दरअसल, पेंस ने बुधवार को इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती के दौरान चुनाव नतीजों को गलत मानने से इनकार कर दिया था और कहा था कि लोगों के जनमत का अपमान नहीं किया जा सकता।
कैपिटल बिल्डिंग में बुधवार को ट्रंप समर्थकों द्वारा की गई हिंसा में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (संसद के निचले सदन) की स्पीकर नैंसी पेलोसी के दफ्तर में भी तोड़फोड़ हुई। पेलोसी के साथियों ने कहा कि दंगाइयों ने उनके ऑफिस में लगा एक बड़ा शीशा भी तोड़ दिया। हालांकि, नेशनल गार्ड्स के पहुंचने के बाद कैपिटल बिल्डिंग को प्रदर्शनकारियों से खाली करा लिया गया।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अमेरिकी कैपिटल बिल्डिंग में हुई हिंसा की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि अमेरिका से आई तस्वीरें परेशान करने वाली हैं। लोकतंत्र और स्वतंत्रता अमेरिका की महानता की पर्याय हैं। पूरी दुनिया देख रही है। लोग अपने देश का सम्मान बचाएं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से चलने दें।
वॉशिंगटन डीसी पुलिस ने कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा भड़काने के आरोप में अब तक 52 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मेट्रोपोलिटन पुलिस डिपार्टमेंट के चीफ रॉबर्ट जी कोंटी ने इसकी पुष्टि की। इस बीच संसद में सत्ता हस्तानांतरण के लिए इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती जारी है। बता दें कि 20 जनवरी तक अमेरिका में सत्ता परिवर्तन होना है और जो बाइडेन को राष्ट्रपति पद संभालना है।
अमेरिकी राजधानी वॉशिंगटन डीसी स्थित कैपिटल बिल्डिंग में ट्रंप समर्थकों की हिंसा के बाद शहर की मेयर ने 15 दिन की सार्वजनिक इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है। मेयर म्यूरियल बाउजर ने कहा कि 21 जनवरी तक इमरजेंसी लागू रहेगी। बता दें कि 20 जनवरी को जो बाइडेन राष्ट्रपति के तौर पर कार्यभार संभाल लेंगे।
अमेरिकी राजधानी वॉशिंगटन डीसी स्थित कैपिटल बिल्डिंग में ट्रंप समर्थकों की हिंसा के बाद शहर की मेयर ने 15 दिन की सार्वजनिक इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है। मेयर म्यूरियल बाउजर ने कहा कि 21 जनवरी तक इमरजेंसी लागू रहेगी। बता दें कि 20 जनवरी को जो बाइडेन राष्ट्रपति के तौर पर कार्यभार संभाल लेंगे।
रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर मिट रोमनी ने घटना के बाद कहा- मैं इस घटना की निंदा करता हूं। मैं शर्मिंदा हूं कि हमारे राष्ट्रपति ने दंगाइयों को संसद में घुसने के लिए भड़काया। लोकतंत्र में जीत और हार को स्वीकारने की हिम्मत होनी चाहिए। दंगाइयों को साफ मैसेज है कि वे सच को कबूल करें। मैं अपनी पार्टी के सहयोगियों से भी यही उम्मीद करता हूं कि वे लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आएंगे।
कैपिटल बिल्डिंग में ट्रंप समर्थकों की ओर से की गई हिंसा के बाद रात को को एक बार फिर इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती शुरू हो गई। वोटों की गिनती शुरू होने से पहले ही ट्रंप के चुनाव नतीजे पलटने की मांग का विरोध कर चुके उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने वोटो की गिनती शुरू करवाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंसा कभी नहीं जीतती, हमेशा आजादी जीतती है और यह अभी भी लोगों का ही सदन है।
कैपिटल बिल्डिंग में ट्रंप समर्थकों की ओर से की गई हिंसा पर कई रिपब्लिकन सांसद राष्ट्रपति के खिलाफ खड़े हो गए हैं। इनमें ट्रंप के साथी लिंडसे ग्राहम भी शामिल हैं। ग्राहम ने ट्विटर पर कहा कि जो बाइडेन और कमला हैरिस ने चुनाव जीता है और वे ही कानूनी तौर पर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति हैं। ग्राहम ने ट्रंप को घेरते हुए कहा कि मैं इस तरह के बर्ताव का विरोधी हूं। इस वक्त सिर्फ यही कह सकता हूं कि मुझे उनसे अलग समझा जाए। बहुत हो गया, मैंने मदद करने की पूरी कोशिश की।
अमेरिकी कैपिटल बिल्डिंग (संसद भवन) में ट्रंप समर्थकों के हंगामे के बाद वॉशिंगटन डीसी में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया। पुलिस ने कर्फ्यू के बाद घरों से बाहर निकले 30 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है। बताया गया है कि कैपिटल बिल्डिंग से सभी उपद्रवियों को हटा लिया गया है और सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया संसद में फिर शुरू हो चुकी है।
दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी ऐप्पल के सीईओ टिम कुक ने अमेरिकी कैपिटल बिल्डिंग में हुई घटना पर गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा, "आज देश के इतिहास में एक दुखद और शर्मनाक हिस्सा जुड़ा है। इस राजद्रोह के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ा जाना चाहिए और राष्ट्रपति निर्वाचित बाइडेन प्रशासन को सत्ता परिवर्तन पूरा किया जाना चाहिए।"
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के तहत हो रही वोटों की गिनती के बीच संसद में हुए हिंसात्मक प्रदर्शनों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, "वॉशिंगटन में दंगे और हिंसा की खबरों को देखकर चिंता हुई। व्यवस्थित और शांतिपूर्ण सत्ता परिवर्तन जारी रहना चाहिए। गैरकानूनी प्रदर्शनों के बल पर लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को तबाह नहीं होने दिया जा सकता।"
अमेरिकी संसद भवन (कैपिटल बिल्डिंग) में ट्रंप समर्थकों के हमले पर दुनियाभर के नेताओं ने हैरानी जाहिर की है। इनमें ट्रंप के अच्छे दोस्त माने जाने वाले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन शामिल हैं। उन्होंने घटना के बाद ट्वीट कर कहा, "अमेरिकी कांग्रेस में बेहद खराब दृश्य। अमेरिका पूरी दुनिया के लिए लोकतंत्र का पर्याय है और यह जरूरी है कि वहां सत्ता परिवर्तन शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तौर पर होना चाहिए।"
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कैपिटल बिल्डिंग हमले की घटना की निंदा करते हुए कहा कि संसद भवन में आज जो कुछ भी हुआ, वह सच्चे अमेरिका की पहचान नहीं है। यह हम नहीं हैं। आज जो हमने देखा, वह कुछ कट्टरपंथियों का गैरकानूनी बर्ताव था। यह मतभेद नहीं है, यह पूरी तरह अव्यवस्था है, यह उपद्रव है। यह देशद्रोह के करीब है और इसे अब खत्म हो जाना चाहिए।
ट्विटर ने अमेरिका के आउटगोइंग प्रेजिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के तीन ट्वीट हटा दिए हैं जिसमें वह आपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। इसके बाद 12 घंटे के लिए उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया।