Shani Grah Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र में यह कहा जाता है कि शनि ग्रह व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव देते रहते हैं। बताया जाता है कि जिस प्रकार व्यक्ति कर्म करता है, उसी प्रकार शनिदेव उसे फल प्रदान करते हैं। अच्छे कर्म करने वालों को अच्छे फल और बुरे कर्म करने वालों को बुरे फल देना शनिदेव का मुख्य कार्य है, इसलिए शनिदेव को न्याय का देवता भी कहा जाता है।
शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए शनि ग्रह के उपाय किए जाते हैं। कहते हैं कि शनि ग्रह को प्रसन्न करने के उपायों के माध्यम से शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है, इसलिए ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि जो लोग शनि ग्रह के दुष्प्रभावों से परेशान हैं, उन्हें शनि ग्रह के उपाय करने चाहिए। मान्यता है कि शनिदेव के उपाय बहुत प्रभावशाली होते हैं, इसलिए इनका असर बहुत मिलने लगता है।
शनि ग्रह के उपाय (Shani Grah Ke Upay)
ध्यान रखें कि शनिदेव की आराधना सूर्यास्त के बाद करना अधिक फलदायी माना जाता है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र के जानकार भी यह सलाह देते हैं कि शनिदेव की पूजा और शनि ग्रह के उपाय सूर्यास्त ही करें।
शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ की जल में अर्पित करें। इसके बाद शनिदेव का ध्यान करते हुए सरसों के तेल का दीपक जलाएं। संभव हो तो शनिदेव के मंत्रों का भी जाप करें।
एक कटोरी सरसों का तेल लें। इस तेल में अपने छवि देखें। फिर इस तेल को किसी गरीब या जरुरतमंद को दान कर दें। अगर आप चाहें तो इस तेल से दीपक जलाकर शनिदेव के मंदिर में भी रख कर आ सकते हैं।
शनिवार का दिन ढलने के बाद कुष्ठ रोगियों को काले रंग का पेय पदार्थ पिलाएं। संभव हो तो उन्हें काले रंग के वस्त्र भी दान करें। खासतौर पर सर्दियों में काले रंग के गर्म वस्त्र दान करना उत्तम माना जाता है।
सात प्रकार का अनाज लें। इस अनाज को अपने सिर से सात बार घुमाएं। फिर चौराहे पर रहने वाले पक्षियों के लिए यह अनाज दान कर दें। संभव हो तो यह रोजाना करें वरना शनिवार के दिन इस उपाय का सहारा जरूर लें।