Daily Hindi Panchang 30 June 2022: 30 जून 2022 आज का पंचांग: पंचांग 5 अंगों से मिलकर बना होता है। जो हैं तिथि, वार, करण, योग और तिथि। इन सबके समावेश से ही किसी शुभ मुहूर्त की गणना की जाती है। आज आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा है। पुनर्वसु नक्षत्र है। आज से गुप्त नवरात्रि भी आरंभ हो रही हैं। आइए जानते हैं शुभ और अशुभ मुहूर्त का समय…
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय:
सूर्योदय – 05:26:09 AM
सूर्यास्त – 19:22:59 PM
चन्द्रोदय – 06:06:59
चन्द्रास्त – 20:38:59
Aaj ki Tithi 30 June 2022 (आज 30 जून की तिथि):
तिथि प्रतिपदा – 10:50:20 तक
नक्षत्र पुनर्वसु – 25:07:11 तक
करण: बव – 10:50:20 तक, बालव – 24:01:36 तक
पक्ष: शुक्ल
वार: गुरुवार
मास पूर्णिमांत: आषाढ़ मास
अमांत: आषाढ़
Aaj ka Ashubh Muhurat Samay 30 जून 2022 (आज 30 जून अशुभ मुहूर्त का समय) :
दुष्टमुहूर्त: 10:06:05 से 11:00:53 तक, 15:39:49 से 16:36:37 तक
कुलिक: 10:06:05 से 11:00:53 तक
कंटक: 15:39:49 से 16:36:37 तक
राहु काल: 14:09:10 से 15:53:46 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 17:32:24 से 18:27:11 तक
यमघण्ट: 06:22:56 से 07:18:43 तक
यमगण्ड: 05:27:09 से 07:11:45 तक
गुलिक काल: 08:56:21 से 10:39:57 तक
Aaj ka Shubh Muhurat Samay 30 June 2022 (आज 30 जून शुभ मुहूर्त का समय):
शुभ मुहूर्त/अशुभ मुहूर्त 30 जून 2022 Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी धार्मिक और मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ज्योतिष के अनुसार कुल मिलाकर 30 मुहूर्त होते हैं जिसमें से 15 शुभ मुहूर्त और 15 अशुभ मुहूर्त माने जाते हैं।
अभिजीत मुहूर्त : 11:56:40 से 12:52:27 तक
विजय मुहूर्त: 14:44:00 से 15:40:00 तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन
कलश स्थापना शुभ मुहूर्त:
वैदिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्र के लिए कलश स्थापना गुरुवार, 30 जून को सुबह 5 बजकर 27 मिनट से लेकर सुबह 6 बजकर 44 मिनट तक कर सकेंगे।
दिशाशूल: ज्योतिष के अनुसार गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशाशूल माना जाता है। इसलिए इस दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि इस दिशा में यात्रा कर रहे हैं तो दही या जीरा खाकर घर से बाहर निकलें। जिससे दोष का परिहार को सके और यात्रा शुभ
आज का विशेष उपाय: आज के दिन का संबंध वैदिक ज्योतिष के अनुसार गुरु बृहस्पति और विष्णु भगवान से है। इसलिए इस दिन गाय को 5 केले खिलाएं। साथ ही विष्णु भगवान को पीली मिठाई का भोग लगाएं और किसी गरीब को चने की दाल दान करें। ऐसा करने से आपको गुरु ग्रह और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होगा।