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Avascular necrosis: कोरोना से ठीक हुए लोगों की कमजोर हो रही हैं हड्डियां? एक्सपर्ट से जानिए कब नजर आते हैं इसके लक्षण

अवस्कुलर नेक्रोसिस को ऑस्टियोनेक्रोसिस के रूप में भी जाना जाता है। जानिए इसके कारण और बचाव के तरीके-

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कोरोना से रिकवर हो चुके लोगों में बोन डेथ के मामले बढ़े (Image: Canva)

Avascular Necrosis (AVN or Osteonecrosis) | कोविड-19 से ठीक हो चुके मरीज जहां ब्लैक फंगस , व्हाइट फंगस या म्यूकोर माइकोसिस से पीड़ित हैं, वहीं अब एक और बीमारी भी शामिल हो गई है। फरीदाबाद के मेट्रो अस्पताल के सलाहकार डॉ. उदित कपूर ने बताया कि अवस्कुलर नेक्रोसिस (AVN) हड्डी के टिशू को क्षतिग्रस्त करने वाला एक रोग है। डॉक्टरों का कहना है कि कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाले स्टेरॉयड इसी से जुड़े हैं।

AVN वास्तव में क्या है?

अवस्कुलर नेक्रोसिस (Avascular Necrosis) को ऑस्टियोनेक्रोसिस के रूप में भी जाना जाता है । इसमें कूल्हे के जोड़ों को ब्लड की आपूर्ति नहीं होने के कारण हड्डी के ऊतक मर जाते हैं। इससे हड्डी छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती है और अंततः टूट जाती है या हड्डी का आकार बदल जाता है और धीरे-धीरे गंभीर गठिया हो जाता है। यह बीमारी 30 से 50 साल की उम्र के लोगों में होती है।

बहुत से लोगों को शुरूआती दौर में कोई लक्षण महसूस नहीं होते हैं, लेकिन जोड़ों के दर्द और अकड़न को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ग्रोइन या हिप्स में दर्द कूल्हे के अवस्कुलर नेक्रोसिस का संकेत हो सकता है। इसके अलावा यह रोग कंधों, घुटनों, अंगों की हड्डियों (Avascular necrosis of hip) में भी फैल सकता है। इससे सीढ़ियां चढ़ने या चलने में दिक्कत होती है। कुछ लोगों को शरीर के दोनों तरफ रोग हो जाता है।

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अवस्कुलर नेक्रोसिस का कारण | Avascular Necrosis Causes

बीमारी के लगभग 25 प्रतिशत रोगियों में रुकावट के कारण अभी सटीक स्पष्ट नहीं है। परन्तु सामान्यतः यह रोग निम्न कारणों से होता है।

स्टेरॉयड का उपयोग: प्रेडनिसोन जैसे कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का अत्यधिक उपयोग एक महत्वपूर्ण कारण है। इसके अलावा अल्कोहल और सिकल सेल रोग के कारण होते हैं।

हड्डी या जोड़ की चोट: कोई भी चोट जो जोड़ को प्रभावित करती है, उसके आसपास की ब्लड वेसेल्स को भी प्रभावित करती है। विकिरण जैसे कैंसर के उपचार भी हड्डियों को कमजोर करते हैं और ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

ब्लड वेसेल्स में फैट की परत : लिपिड्स यानी वसायुक्त परत छोटी ब्लड वेसेल्स में रुकावट पैदा करती है। इससे हड्डियों में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है।

अन्य रोग: सिकल सेल, निमोनिया, अग्नाशयशोथ (Pancreatitis), मधुमेह, एचआईवी / एड्स, सिस्टेमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस (Systemic lupus erythematosus) और गौचर रोग (Gaucher disease) जैसे रोग हड्डियों में ब्लड के सर्कुलेशन में रुकावट पैदा करते हैं।

हैवी ड्रिंकिंग : सालों तक रोजाना ज्यादा ड्रिंक करने से ब्लड वेसल्स में फैट की मात्रा बढ़ जाती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट आती है।

बिसफ़ॉस्फ़ोनेट का उपयोग: हड्डियों के डेंसीटी को बढ़ाने के लिए बिसफ़ॉस्फ़ोनेट्स के लंबे समय तक उपयोग से जबड़े का अवस्कुलर नेक्रोसिस हो सकता है।

अवस्कुलर नेक्रोसिस होने से कैसे बचें ?

रोकथाम इलाज से ज्यादा महत्वपूर्ण है। अतः इस रोग से बचने के लिए निम्नलिखित निवारक उपाय करना आवश्यक है। जिसमें शराब के सेवन को सीमित करें क्योंकि शराब के अधिक सेवन से हड्डियों में ब्लड सर्कुलेशन की आपूर्ति बाधित होती है, इसलिए शराब के अधिक सेवन से बचें। इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम रखें ब्लड वेसेल्स में फैटी बिल्ड-अप हड्डियों को ब्लड सर्कुलेशन में बाधा डालता है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम रखना जरूरी है। इसके साथ ही धूम्रपान न करें क्योंकि धूम्रपान भी जोखिम को बढ़ाता है।

अवस्कुलर नेक्रोसिस बीमारी का पता कैसे लगाएं ?

इस रोग का प्राथमिक निदान जोड़ों की जांच द्वारा किया जाता है। फिर दर्द के सटीक स्थान को इंगित करने के लिए एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन और बोन स्कैन जैसे परीक्षण किए जाते हैं।

अवस्कुलर नेक्रोसिस बीमारी का इलाज क्या है?

इलाज में पहली प्राथमिकता हड्डियों को बचाना है। इसलिए, अवस्कुलर नेक्रोसिस के शुरुआती चरणों में, दवा और इलेक्ट्रिकल स्टिमुलेशन थेरेपी (Electrical stimulation therapy) दी जाती है। यह घिसी हुई हड्डी के स्थान पर नई हड्डी के निर्माण को ट्रिगर करता है। लेकिन अगर बीमारी गंभीर स्तर पर पहुंच गई है तो सर्जरी के अलावा कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में डॉक्टर भी सर्जरी की सलाह देते हैं।

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First published on: 14-01-2023 at 15:45 IST
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