ब्लड में मौजूद Uric Acid एक तरह का केमिकल होता है। जो पूरी मेटाबोलिज्म का अंतिम प्रोडक्ट होता है। शरीर में जब भी प्यूरीन पदार्थ टूटते हैं तो यूरिक एसिड एक वेस्ट प्रोडक्ट की फॉर्म में बनता है। ये सभी एसिड ब्लड से फिल्टर करके हमारी किडनी बाहर निकाल देती है। समस्या तब होती है जब यूरिक एसिड का लेवल नॉर्मल स्तर से ज्यादा हो जाता है। ये तब हो सकता है जब यूरिक एसिड का लेवल बॉडी में बढ़ जाए या किडनी से होते हुए मूत्र मार्ग से निकलने वाले यूरिक एसिड का लेवल कम हो जाए।
यूरिक एसिड के लेवल बढ़ने और उसे कम करने के उपाय जेपी अस्पताल के डॉक्टर सुव्रत आर्या ने बताए हैं। सुव्रत आर्या अपने वीडियो में बताते हैं, ‘आमतौर पर यूरिक एसिड हमारे ब्लड में घुला रहता है। अगर यूरिक एसिड अपने नॉर्मल स्तर से बढ़ जाता है तो ये शरीर के अन्य अंगों में जमा हो सकता है। जब यूरिक एसिड जॉइंट में जमा हो जाता है तो ये एक प्रकार का गठिया तक भी कर सकता है।’
किससे बढ़ता है यूरिक एसिड? डॉक्टर सुव्रत आर्या आगे बताते हैं, ‘यूरिक एसिड कंट्रोल करने में डाइट का बहुत अहम रोल होता है। क्योंकि जिन पदार्थों में प्यूरीन ज्यादा है या जिनको खाने से ब्लड में प्यूरीन का लेवल बढ़ जाता है वो चीजें लेने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है और गठिया हो सकता है। समुद्री जीवों का आहार, रेड मीट, ऐल्कोहॉल और बहुत ज्यादा मात्रा में कैफीन या कॉफी का सेवन करना। इसके अलावा फ्लेवर से बनने वाले जूस भी इसके स्तर के बढ़ने का बड़ा कारण होते हैं।’
बकौल सुव्रत आर्या, आमतौर पर कहा जाता है कि यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए शाकाहार प्रोटीन लेना भी बंद करना चाहिए, जैसे- चना, राजमा या दाल। ये बहुत पुरानी बात है और ये बिल्कुल भी ठीक नहीं है। एक ऐसा व्यक्ति जिसे यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से होने वाली समस्या है तो उसे शाकाहार डाइट में कुछ भी रोकने की आवश्यकता नहीं है। अगर मोटापा, शुगर है तो आपको इसे कंट्रोल करने की आवश्यकता है।
बॉडी में यूरिक एसिड का नॉर्मल स्तर 3.5 से 7.2 mg/dl के बीच होता है, लेकिन अगर यह स्तर बढ़ जाए तो इस स्थिति को हाई यूरिक एसिड कहा जाता है। अगर ये सब चीजें करने के बाद भी यूरिक एसिड कंट्रोल नहीं होता है तो दवा शुरू की जा सकती है। दूसरी तरफ, योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया था, ‘अगर किसी मरीज का यूरिक एसिड का स्तर लगातार बढ़ रहा है तो उस प्रोटीन वाली चीजों को थोड़े समय के लिए बंद कर देना चाहिए और ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए। इसके अलावा रोज़ाना वॉक करने से भी यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल होता है।’