Tips to control uric acid levels: शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid) की मात्रा बढ़ने से बहुत से लोग आजकल परेशान हैं। आमतौर पर यूरिक एसिड मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब इसकी मात्रा शरीर में बढ़ने लगती है, तो यह हड्डियों के बीच में इकट्ठा होने लगता है। जिससे गठिया बाय, जोड़ों में दर्द और किडनी की समस्या होने लगती है। ऐसे में यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करना काफी महत्वपूर्ण होता है।
पत्तागोभी एक पौष्टिक पत्तेदार सब्जी है। इसमें फाइबर, फोलेट, कॉपर, विटामिन बी1, पोटेशियम, मैंगनीज, विटामिन बी, सी और के भी होता है। इसमें कैल्शियम, आयरन, क्लोरीन, मैग्नीशियम, पैंटोथेनिक एसिड, नियासिन और फास्फोरस भी होता है। गोभी का उपयोग मोच, सूजन, अल्सर, घाव, गठिया और जोड़ों के दर्द के उपचार में किया जाता है।
पत्तागोभी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। आयुर्वेद के जानकारों के मुताबिक पत्ता गोभी के पत्ते गठिया के दर्द को कम करते हैं। पत्ता गोभी को लेकर आयुर्वेदिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह गठिया के दर्द को पूरी तरह से ठीक कर देता है। हालांकि आपको बता दें कि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि यह उपचार वास्तव में प्रभावी है या नहीं-
इस तरह से करें इस्तेमाल
सबसे पहले पत्ता गोभी के ताजे पत्ते बाजार से लाकर प्लास्टिक की थैली में डाल दें। इन्हें फ्रीजर में रख दें। जब गठिया का दर्द शुरू हो जाए तो पत्तागोभी के पत्तों को फ्रीजर से निकालकर प्रभावित जगह पर लपेट दें। एक तौलिया लें और इसे गोभी के स्ट्रैप के ऊपर लपेट दें। शरीर की गर्मी के द्वारा गोभी के ठंडे पत्ते गर्म हो जाते हैं और इस दौरान पत्ता गोभी में मौजूद कुछ यौगिक स्किन के माध्यम से अंदर प्रवेश कर जाते हैं। इस दौरान यूरिक एसिड के कणों को पत्ता घोल देता है जो गठिया के दर्द का मुख्य कारण है। कम से कम उस हिस्से की सूजन तो कम हो जाती है। यदि पैरों में किसी भी प्रकार की कोई खुजली होती है या पत्तागोभी से एलर्जी होती है तो पत्तियों को तुरंत निकाल दें। डॉक्टर से सलाह लें।
यूरिक एसिड में कौन कौन सी सब्जी खा सकते हैं?
यूरिक एसिड की समस्या होने पर व्यक्ति पालक, गोभी और मटर के अलावा आलू, मशरूम, ब्रोकली और बैंगन का सीमित मात्रा में सेवन कर सकता है। वहीं, सब्जियों में मसूर की दाल, बीन्स, सोयाबीन और टोफू आदि भी खा सकते हैं। क्योंकि यह शरीर में बढ़ रहे यूरिक एसिड को कम करते हैं।