कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। पिछले दो सालों से कोरोना का प्रकोप जारी है। पहले सामान्य सर्दी जुकाम लोगों को फ्लू लगता था लेकिन अब हर किसी के मन में पहले कोविड का ख्याल ही आता है। इसके अलावा इन दिनों बच्चों में एक नई बीमारी का खतरा बढ़ रहा है, जिसका नाम है टोमैटो फीवर, यह फीवर बच्चों को अपना शिकार बना रहा है। आइए इसके बारे में नोएडा के Neo हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सागर दीप सिंह बावा से जानते हैं-
आखिर यह टोमैटो फीवर (Tomato Fever) क्या है?
डॉक्टर सागरदीप के मुताबिक इन दिनों टोमैटो फीवर 5 साल से कम उम्र के बच्चों में डायग्नोस किया जा रहा है। यह एक तरह का वायरस है जो कि चिकनगुनिया (Chikungunya) या डेंगू (Dengue) के वायरस (Virus) से होने वाला इंफेक्शन (Infection) माना जा रहा है।
टोमैटो फीवर के कौन-कौन से लक्षण हैं? (Symptoms of Tomato Fever)
डॉक्टर सागरदीप ने बताया कि इस बीमारी को बच्चों में कई प्रकार की समस्याएं देखने को मिल रही हैं। इसलिए इसका कोई एक लक्षण है ऐसा कहा नहीं जा सकता है। इसके लिए हमें लक्षणों की एक सूची तैयार की है। यदि ऐसे लक्षण आपके बच्चे में दिखाई दें तो इग्नोर ना करें और अपने डॉक्टर से तुरंत कंसल्ट करें।
- बच्चों को स्किन इरिटेशन (Skin irritation) और डिहाइड्रेशन (Dehydration) की समस्या होना।
- बच्चों को अत्यधिक तेज बुखार (Extremely high fever) होना।
- बच्चों के शरीर में दर्द (Body pains) की समस्या के साथ जोड़ों में सूजन (Joints) की समस्या होना।
- अत्यधिक थकान (Fatigue) महसूस होना और हाथ (Hands), घुटनों (Knees) एवं कमर के निचले हिस्से का रंग बदलना।
- पेट में क्रैम्प (Stomach cramps) की समस्या या जी मिचलाने (Nausea) की समस्या होना।
- उल्टी (Vomiting) की शिकायत के साथ डायरिया (Diarrhoea) की समस्या होना।
- कफ (Cough) के साथ नाक बहने (Runny nose) की समस्या होना।
- रैश (Rashes) का दिखना या कुछ केसेस में वॉर्म्स (Worms) की भी समस्या देखी जा सकती है।
टोमैटो फीवर बचने के क्या तरीके है? (Tips to prevent Tomato Fever)
डॉक्टर सागरदीप का कहना है कि ऐसी बीमारियों से बचने के लिए बच्चे को तरल पदार्थों (Liquid diet) का सेवन ज्यादा करवाना चाहिए। यदि बच्चे की स्किन पर कोई चकत्ते निकल आयें तो उनको खरोंचना (Scratch) नहीं चाहिए। साथ ही हर प्रकार के इंफेक्शन (Infection) से डिस्टेंस फॉलो करना चाहिए। बच्चे और घर की साफ-सफाई (Hygeine) का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा अगर आपके बच्चे को बुखार है या रैश की समस्या हो रही है, तो ऐसी स्थिति में बच्चे को लगातार लिक्विड, पानी, ORS, इलेक्ट्रॉल पाउडर पानी, नींबू पानी (Lemon water) , नारियल पानी (Coconut water) एवं सॉफ्ट डायट (Soft diet) देना चाहिए, जिस से बच्चा डिहाइड्रेट (Dehydrate) ना हो सके।