Dairy Products and Cancer in Hindi: आहार में दूध सबसे महत्वपूर्ण आहार है। अच्छी सेहत के लिए दूध और दूध से बनी चीजों का रोजाना सेवन किया जाता है। छोटे से लेकर बूढ़े तक सभी को दूध पीने की सलाह दी जाती है। रोजाना इस्तेमाल होने वाली कई चीजों में दूध का इस्तेमाल होता है।
दूध पीने के क्या फायदे हैं?
दूध को संपूर्ण आहार इसलिए माना जाता है क्योंकि इसमें शरीर के समुचित कार्य के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व होते हैं। दूध प्रोटीन, कैल्शियम, कैल्शियम, विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन), विटामिन बी12, पोटेशियम, फास्फोरस, विटामिन ए और विटामिन डी से भरपूर होता है।
नियमित दूध पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं, बालों और त्वचा की सेहत में सुधार होता है। तनाव और वजन कम करता है, मधुमेह को नियंत्रित करता है और बेहतर नींद लेता है। इन फायदों के बावजूद दूध पीने के कुछ नुकसान भी हैं।
फेफड़ों का कैंसर, कैंसर से होने वाली मौतों की अहम वजह है, जानिए डायग्नोसिस, रिस्क और कई चीजें
दूध पीने के क्या नुकसान हैं?
एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दूध, पनीर और अन्य डेयरी उत्पादों में वसा की मात्रा अधिक होती है और इसलिए इनके सेवन से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है । लगभग 10,000 महिलाओं के एक अध्ययन में पाया गया कि जिन महिलाओं ने कम वसा वाले आहार का सेवन किया उनमें स्तन कैंसर के दोबारा होने का जोखिम 23% कम था।
लैक्टोज इंटॉलरेंस एक पाचन समस्या है जिसमें आपका शरीर लैक्टोज को पचा नहीं पाता है। लैक्टोज असहिष्णुता दूध और दूध उत्पादों के लिए एलर्जी का कारण बन सकती है। शिशुओं और बच्चों का जन्म उन एंजाइमों के साथ होता है जो लैक्टोज को तोड़ते हैं। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ यह क्षमता कम हो सकती है। लैक्टोज असहिष्णु होने से पेट में दर्द, दस्त और गैस आदि हो सकते हैं।
पीसीआरएम डॉट ओआरजी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दूध और अन्य डेयरी उत्पादों में सैचुरेटेड फैट होता है जो ब्लड वेसेल्स को बंद कर देता है। डेयरी उत्पादों में भी कोलेस्ट्रॉल होता है। हाई फैट, सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थ हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं।
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, दूध और अन्य डेयरी उत्पादों के अधिक सेवन से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं ने 32 अलग-अलग अध्ययनों के आंकड़ों का विश्लेषण किया और पाया कि हाई फैट वाले दूध, अन्य डेयरी उत्पादों या पनीर का सेवन करने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के कैंसर काउंसिल संस्था के मुताबिक दूध संभवतः कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को कम करता है और कुछ ऐसे साक्ष्य हैं जो बताते हैं कि यह मूत्राशय के कैंसर के जोखिम को भी कम कर सकता है।