sign and symptoms of pre diabetes: खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल हमें जाने-अनजाने में डायबिटीज जैसी क्रॉनिक बीमारी का शिकार बना रहा है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें पैंक्रियास इंसुलिन का उत्पादन करना कम कर देता है या फिर बंद कर देता है जिसकी वजह से ब्लड में शुगर का स्तर हाई रहता है। ब्लड शुगर का हाई रहना कई बीमारियों का जोखिम पैदा करता है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो डायबिटीज के शिकार नहीं होते लेकिन बॉर्डर लाइन पर होते हैं।
देश और दुनिया में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जिन्हें अपनी बॉडी में पनप रही इस बीमारी का अंदाज़ा नहीं होता। कोविड के बाद ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में आए हैं। अब सवाल ये उठता है कि आखिर “प्री-डायबिटीज” क्या है और उसके लक्षणों की पहचान कैसे की जाए। आइए जानते हैं कि प्री डायबिटीज क्या है उसके लक्षणों की पहचान कैसे करें और बचाव भी।
प्री डायबिटीज क्या है? (What is pre diabetes?)
यदि रक्त में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक है लेकिन डायबिटीज की सीमा तक नहीं पहुंचा है, तो इसे प्री-डायबिटीज कहा जाता है। ऐसी स्थिति में अगर मरीज डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव नहीं करे तो आने वाले कुछ वर्षों में वो टाइप-2 डायबिटीज का शिकार हो सकता है।
प्री डायबिटीज के लक्षण कौन-कौन से है? (What are the symptoms of pre diabetes?)
- बहुत अधिक प्यास लगना,
- तेजी से वजन कम होना
- थकान होना,
- बार-बार पेशाब आना,
- अचानक वजन का कम होना,
- ज्यादा भूख लगना,
- पैरों या हाथों में झुनझुनी महसूस होना प्री-डायबिटीज के लक्षण हैं।
प्री डायबिटीज के लक्षण दिखने पर कैसे करें बचाव: (How to prevent when symptoms of pre-diabetes appear)
- प्री-डायबिटीज से बचाव करना चाहते हैं तो लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव करें।
- अगर आप प्री डायबिटीज की श्रेणी में आते हैं तो रेगुलर ब्लड शुगर की जांच कराएं।
- बॉडी को एक्टिव रखें। कोशिक करें कि रोज़ाना आधा घंटा वॉक और एक्सरसाइज करें।
- डाइट में मीठी चीज़ों से परहेज करें। मीठे ड्रिंक का सेवन करने से बचें ये तेजी से ब्लड शुगर को बढ़ाते हैं।
- तनाव से दूर रहें। खुश रहें। तनाव को दूर करने के लिए योगा और एक्सरसाइज बेहद उपयोगी है।
- डाइट में कम कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स का सेवन करें। कम वसा और कम कार्बोहाइड्रेट शुगर को कंट्रोल करते हैं।
- खाने में फास्ट फूड्स से परहेज करें।