दिल की सेहत का ध्यान दिल से रखना बेहद जरूरी है। हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए है जिसमें 30-40 साल की उम्र के युवाओं की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई है। हृदय रोग मृत्यु का प्रमुख कारण है, शोधकर्ता दिल की वजह से होने वाली मौत के आंकड़े को कम करने के तरीके तलाश रहे हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल होना दिल के रोगों का प्रमुख कारण है, इसलिए उच्च कोलेस्ट्रॉल में सुधार के तरीके खोजना जरूरी है।
वैज्ञानिकों ने अध्ययन में खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए एक प्रोटीन की खोज की है जिसके परिणाम जर्नल एंटीऑक्सिडेंट्स (journal Antioxidants)में प्रकाशित किए गए हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक कोलोस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में सोया प्रोटीन का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। आइए जानते हैं कि कैसे कोलेस्ट्रॉल दिल के रोगों का खतरा बढ़ाता है और इसे कंट्रोल करने के लिए सोया प्रोटीन कैसे असरदार साबित होता है।
कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग का संबंध: (Cholesterol and heart disease)
मेडलाइनप्लस के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल एक “मोम जैसा, वसा जैसा पदार्थ है जो आपके शरीर की सभी कोशिकाओं में पाया जाता है। कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (Low-density lipoprotein)(LDL)कोलेस्ट्रॉल का एक प्रकार है जिसे खराब कोलेस्ट्रॉल मानते हैं। दूसरा उच्च घनत्व वाला लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल है(high-density lipoprotein)(HDL)जिसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल कहते हैं।
मेडिकल न्यूज टुडे (Medical News Today)के मुताबिक यदि बॉडी में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (cholesterol)का स्तर बहुत अधिक हो जाता है तो ये आपकी धमनियों की दीवारों (walls of your arteries)में जमा होने लगता है जो दिल के रोगों और स्ट्रोक का कारण बनता है।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में सोया कैसे मददगार साबित होता है: (How soya helpful in controlling cholesterol)
पिछली कई रिसर्च के मुताबिक सोया खाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर सकारात्मक प्रभाव दिखा है। सोया में संतृप्त वसा कम होती है और इसलिए सोया अन्य उत्पादों से बेहतर माना जाता है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर तरीके से कंट्रोल करने में मदद करता है और दिल को हेल्दी रखता है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) दिल के रोगों के जोखिम को कम करने के लिए संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए रोजाना 25 ग्राम सोया प्रोटीन लेने की सलाह देता है।
सोयाबीन प्रोटीन कोलेस्ट्रॉल को आधा कर देता है। सोयाबीन, ग्लाइसिनिन और बी-कॉन्ग्लिसिनिन में पाए जाने वाले दो प्रोटीन हैं जो सोयाबीन की कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता में योगदान करते हैं। जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल हाई रहता है वो डाइट में सोया का सेवन करके गंदे कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकते हैं।
सोयाबीन के सेहत के लिए फायदे: (Health benefits of soybeans)
सोयाबीन का सेवन मानसिक संतुलन को बेहतर बनाकर दिमाग को तेज करता है। इसका सेवन करने से दिल के रोगों से बचाव होता है। सोयाबीन में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण कैंसर जैसी बीमारी को रोकने में मददगार होते हैं। सोयाबीन का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती है।