अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला का 2 सितंबर को हार्ट अटैक से असमय निधन हो गया। कहा जा रहा है कि सिद्धार्थ शुक्ला रात में कोई दवा लेकर सोए थे और सुबह जगे ही नहीं। मुंबई के कूपर हॉस्पिटल के मुताबिक हार्ट अटैक के चलते उनका निधन हुआ। बीएचयू के पूर्व चिकित्सा अधीक्षक और न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. विजय नाथ मिश्र के मुताबिक हार्ट फेल अक्सर रात में ही होता है। व्यक्ति मध्यरात्रि के बाद अचानक, सांस लेने में तकलीफ़ के कारण उठ जाता है और ताज़ा हवा की तलाश में खिड़की आदि खोलकर सांस लेने की कोशिश करता है। इसे PND (Paroxysmal Nocturnal Dyspnoea) कहते हैं।
तनाव बड़ी वजहों में से एक: डॉ. विजय नाथ मिश्र कहते हैं कि शरीर में अचानक अड्रेनलिन के रिसाव से हृदय गति या तो रुक जाती है (Cardiac Arrest) या हृदय गति अनियंत्रित (Arrhythmia) हो जाती है। अड्रेनलिन के अचानक रिसाव के बहुत कारण हैं, जिसमें तनाव (चाहे किसी भी कारण से हो) प्रमुख है।
क्या हैं हार्ट अटैक के लक्षण? डॉ. मिश्रा कहते हैं कि हार्ट अटैक कई तरीके से सामने आ सकता है। जैसे- बाएं छाती में दर्द, बाएं हाथ या जबड़े तक दर्द का जाना, अचानक BP गिर जाना, घबराहट, दम घुटना, दो कदम भी चलने पर सांस फूलना और साथ में सीने में भारीपन। इसके अलावा डायबिटीज़ या खर्राटा लेने वालों में सोते समय बिना दर्द के भी हार्ट अटैक हो सकता है।
परिवार में किसी को हृदय रोग है तो हो जाएं सावधान: मेदांता हॉस्पिटल के सीएमडी डॉ. नरेश त्रेहान कहते हैं कि हम मेदांता में जो बाईपास सर्जरी करते हैं, उनमें से 10 प्रतिशत मरीज ऐसे होते हैं जिनकी उम्र 40 साल से कम होती है। वे हृदय रोग की वजहें गिनाते हुए कहते हैं कि हिंदुस्तान में लोगों की जीन में ऐसा है कि उन्हें हार्ट डिजीज का खतरा ज्यादा है। दूसरा, हमारी डायट बहुत रिच है। तीसरा पॉल्यूशन बहुत बढ़ गया है। इसके अलावा स्ट्रेस भी बढ़ गया है।
डॉ. नरेश त्रेहान कहते हैं कि अगर आपके परिवार में किसी को या आपके पैरेंट्स में से किसी को हार्ट से संबंधित दिक्कत रही है तो सतर्क हो जाएं। इस परिस्थिति में आपको हार्ट अटैक का खतरा दोगुना हो जाता है। फैमिली हिस्ट्री होने पर 25 की उम्र तक चेकअप करा लें। ताकि रिस्क एनालिसिस किया जा सके और उस अनुसार सावधानी बरती जा सके।
हार्ट अटैक से बचाव के उपाय: हार्ट अटैक के खतरे को फिजिकल एक्टिविटी द्वारा कम किया जा सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स नियमित तौर पर अपने रूटीन में एक्सरसाइज शामिल करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा अपने दिल को हमेशा स्वस्थ रखने के लिए एंटीऑक्सीडेंट, ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर खाने का सेवन करना चाहिए।