डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है कुट्टू का आटा, ब्लड शुगर मैनेज करने में माना जाता है मददगार
Diabetic Diet: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक डायबिटीज का खतरा उन लोगों को अधिक होता है जिनका मेटाबॉलिज्म कमजोर होता है

Diabetes Food: नवरात्र का आज चौथा दिन है। देशभर में कई लोग इस दौरान व्रत रखते हैं, जबकि अधिकतर लोग सात्विक भोजन का सेवन करते हैं। इसमें मुख्य रूप से फल, सिंघाड़े अथवा कुट्टू के आटा शामिल है। कुट्टू का आटा न केवल नवरात्र के इन नौ दिनों तक कर सकते हैं, बल्कि आम दिनों में भी इसका सेवन सेहत के लिए लाभप्रद हो सकता है। मधुमेह रोगियों के लिए भी इसका सेवन फायदेमंद होता है। शरीर में जब ब्लड शुगर की मात्रा अनियंत्रित हो जाती है तब डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
वहीं, आज के समय में स्ट्रेस व लापरवाह जीवनशैली के कारण भी कई बार शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीजों को अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सचेत रहने की जरूरत होती है। ऐसे में आइए जानते हैं कुट्टू के आटे के फायदे –
ब्लड शुगर कंट्रोल करने में फायदेमंद: शरीर में इंसुलिन की मात्रा ठीक बनी रहे, इसके लिए मधुमेह रोगियों को अपने खानपान के प्रति विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। ब्लड शुगर को संतुलित रखने के लिए कुट्टू का आटा रामबाण हो सकता है। इसमें कार्ब्स की मात्रा कम होती है और ये एक हाइपोग्लाइसेमिक फूड है। इस आटे में फाइबर्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं जो डायबिटीज कंट्रोल करने में कारगर हैं।
वजन कम करता है: फाइबर से भरपूर कुट्टू के आटे के सेवन से काफी देर तक लोगों को भरा-भरा महसूस करते हैं। इससे लोगों को जल्दी भूख नहीं लगती है और वो ज्यादा खाना खाने से बच जाते हैं। ऐसे में उनका वजन कंट्रोल में रहता है। साथ ही, इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है और ये शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। बता दें कि डायबिटीज के मरीजों के लिए मोटापा घातक हो सकता है।
मेटाबॉलिज्म करता है बूस्ट: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक डायबिटीज का खतरा उन लोगों को अधिक होता है जिनका मेटाबॉलिज्म कमजोर होता है। कमजोर मेटाबॉलिक रेट के कारण शरीर में ग्लूकोज का स्तर भी अनियमित हो जाता है। ऐसे में कुट्टू के आटे का सेवन मधुमेह पीड़ितों के लिए फायदेमंद हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस आटे में कुछ तत्व पाए जाते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मददगार हैं।