अजवाइन पानी से लेकर नारियल पानी, ये 5 घरेलू पेय पदार्थ यूरिक एसिड को कम करने में मददगार
High Uric Acid Home Remedies: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार हाई यूरिक एसिड के मरीजों को दूध वाली कॉफी के बजाय ब्लैक कॉफी का ही सेवन करना चाहिए

Uric Acid Home Remedies: लापरवाह लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट की वजह से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर हाई रहने की समस्या काफी आम हो चुकी है। आमतौर पर यह खून के जरिए किडनी तक पहुंचता है और यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है। लेकिन जब शरीर में इस एसिड की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। शरीर के जोड़ों और टिश्यूज में यूरिक एसिड की अधिकता से कई लोगों को गाउट नाम की बीमारी हो जाती है। इसके अलावा, हाई बीपी, डायबिटीज, किडनी रोग और मोटापा का खतरा भी हाई यूरिक एसिड के मरीजों को ज्यादा होता है। ऐसे में इसे कंट्रोल करने के तरीकों को जानना बेहद जरूरी है।
अजवाइन पानी: हाई यूरिक एसिड के कारण लोगों के शरीर में जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या आ जाती है। ऐसे में मरीजों के लिए अजवाइन का सेवन फायदेमंद हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार अजवाइन में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हाइपरयूरिसेमिया के मरीजों के लिए लाभप्रद है। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेट्री तत्व पाए जाते हैं जो सूजन को कम करने में मददगार हैं। वहीं, इसकी अधिकता से होने वाली कई अन्य समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर है।
ग्रीन टी: शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने में ग्रीन टी का नियमित सेवन भी लाभदायक होता है। ये हाइपरयूरिसेमिया यानि कि हाई यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में सक्षम है। साथ ही, ग्रीन टी पीने से गाउट जैसी बीमारी का खतरा भी कम होता है। ग्रीन टी बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित करती है। इसके साथ ही जो लो दिन में 2 बार ग्रीन टी पीते हैं उन्हें गठिया होने का खतरा भी कम होता है।
खीरे का जूस: खीरे के जूस में उच्च मात्रा में पोटैशियम और फॉस्फोरस होता है। यह दोनों पोषक तत्व किडनी को डिटॉक्स करने में मदद करता है और यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मददगार होता है। इतना ही नहीं यह यूरिक एसिड के लक्षणों को भी कम करता है जैसे सूजन या दर्द। ऐसे में आप अपनी डाइट में रोजाना खीरे का जूस शामिल करें।
नारियल पानी: हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में नारियल पानी का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। साथ ही, बॉडी में मौजूद टॉक्सिक पदार्थ भी फ्लश आउट हो जाते हैं।
ब्लैक कॉफी: ब्लैक कॉफी में एक एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जिसका नाम क्लोरोजेनिक एसिड है, ये शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस को बेहतर बनाने में मदद करता है। कई अध्ययनों में इस बात पर मुहर लगाई गई है कि ब्लैक कॉफी यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में रामबाण है।
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