ऐक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने गुरुवार को अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर उन्हें हार्ट अटैक आने का खुलासा किया। 47 वर्षीय अदाकारा ने बताया कि दो दिन पहले उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिसकी वजह से उन्हें एंजियोप्लास्टी करानी पड़ी। पूर्व मिस यूनिवर्स इतनी ज्यादा फिटनेस फ्रीक है उसके बावजूद इस उम्र में दिल का दौरा पड़ना हैरान करने वाला है।
दिल का दौरा पड़ने के बाद सुष्मिता को एंजियोप्लास्टी करानी पड़ी जिसकी जानकारी उन्हें पोस्ट शेयर करके दी है। अदाकारा ने बताया कि डॉक्टरों का कहना है कि उनका दिल बहुत बड़ा है। अब सवाल ये उठता है कि इतना ज्यादा वर्कआउट करने वाली, फिटनेस फ्रीक महिला को इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक कैसे आ गया?
फोर्टिस अस्पताल,नई दिल्ली में वरिष्ठ कर्डियोलॉजिस्ट और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी ने जनसत्ता डॉट कॉम को बताया कि सुष्मिता सेन 47 साल पार कर रही है जो महिलाओं के लिए पोस्ट मेनोपॉजल की स्थिति है। 40 साल की उम्र के बाद महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम होने लगता है।
47 साल की उम्र तक मेनोपॉज हो जाता है जिसकी वजह से महिलाओं में एस्ट्रोजन हॉर्मोन कम हो जाता है जो महिलाओं में हार्ट अटैक का कारण बनता है। भारत में महिलाओं में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि महिलाओं में हार्ट अटैक के मामले क्यों बढ़ रहे हैं और उससे कैसे बचाव किया जा सके।
महिलाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़ने के कारण:
खराब डाइट हार्ट अटैक का कारण:
महिलाओं में हार्ट अटैक होने का सबसे बड़ा कारण है उनका खान-पान और खराब डाइट है। डाइट में जंक फूड्स का अधिक सेवन बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा देता है जिससे महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा अधिक बढ़ता है।
स्मोकिंग और खराब लाइफस्टाइल हार्ट अटैक का बड़ा कारण:
भारत में महिलाओं को हार्ट अटैक आने के मामले पहले बेहद कम आते थे लेकिन अब महिलाएं भी स्मोकिंग करने लगी है और नशीले पदार्थों का सेवन करने लगी है जिसकी वजह से उन्हें भी हार्ट अटैक का खतरा अधिक हो गया है। एक्सपर्ट के मुताबिक उनके पास ऐसी महिला पेशेंट्स भी आती हैं जिन्हें 25 से 30 साल की उम्र में हार्ट अटैक आ चुका है।
जेनेटिक कारण भी है जिम्मेदार:
कुछ मामलों में कम उम्र में हार्ट अटैक आने के लिए फैमिली हिस्ट्री भी जिम्मेदार होती है। परिवार में माता-पिता को हार्ट अटैक आया है तो बच्चों को कम उम्र में आने का खतरा बना रहता है।
डायबिटीज की बीमारी भी हार्ट अटैक का है कारण:
डायबिटीज की बीमारी हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक जिन लोगों का ब्लड शुगर लम्बे समय तक हाई रहता है वो ब्लड शुगर को कंट्रोल करें वरना हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने लगता है।
ज्यादा एक्सरसाइज भी है हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार:
फिटनेस फ्रीक महिलाएं बॉडी को फिट रखने के लिए ज्यादा एक्सरसाइज करती है। बढ़ती उम्र में ज्यादा एक्सरसाइज हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाती है। आप बॉडी को फिट रखने के लिए घंटा दो घंटा हैवी वर्कआउट करेंगे तो दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक रहेगा।
बढ़ता तनाव हार्ट अटैक कर सकता है:
लम्बे समय तक तनाव में रहने से हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है। मानसिक तनाव से मायोकार्डियल इस्किमिया का जोखिम बढ़ जाता है। इस स्थिति में दिल में रक्त प्रवाह कम हो जाता है। इससे हार्ट मसल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। ऐसे में हार्ट अटैक और उससे मृत्यु की आशंका बढ़ जाती है।
महिलाएं हार्ट अटैक से कैसे बचाव करें:
- महिलाएं हार्ट अटैक से बचाव करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करें।
- डाइट का ध्यान रखें। डाइट में जंक फूड्स, फास्ट फूड्स का सेवन हार्ट अटैक का कारण बनता है उनसे परहेज करें।
- खराब डाइट खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा देती है इसलिए डाइट का ध्यान रखें।
- धूम्रपान से परहेज करें। नशीले पदार्थों का सेवन आपकी परेशानी को बढ़ा सकता है।
- वर्कआउट मॉडरेट करें। ज्यादा एक्सरसाइज आपके लिए हार्ट अटैक का कारण बन सकती है।
- तनाव से दूर रहें।