पीरियड महिलाओं में होना वाला नेचुरल प्रोसेस है जिसका साइकिल 28 से 35 दिनों के बीच होता है। पीरियड के शुरूआती तीन दिनों में महिलाएं अक्सर पीरियड पेन से परेशान रहती हैं। पीरियड के दौरान थोड़ा दर्द होना नॉर्मल है लेकिन इससे ज्यादा दर्द होना बॉडी में कमजोरी के संकेत देता है। पीरियड के दौरान होने वाले दर्द को मेडिकल भाषा में डिस्मेनरी (dysmenorrhea)कहते हैं।
पीरियड के दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियां होती है। किसी को पेट दर्द की शिकायत रहती है तो किसी को कमर दर्द या फिर पैरों में दर्द रहता है। कुछ महिलाएं इस दौरान मतली, सूजन, ऐंठन और दर्द का भी अनुभव करती हैं। इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए अक्सर महिलाएं पेन किलर का सहारा लेती हैं जो सेहत को कई बार नुकसान भी पहुंचाते हैं।
आप भी हर महीने होने वाले पीरियड पेन से परेशान रहती हैं तो आयुर्वेदिक के मुताबिक प्रभावी तरीके से इस परेशानी से निजात पा सकती हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि पीरियड का आयुर्वेदिक तरीके से उपचार कैसे करें।
पीरियड पेन का कारण: आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ वरलक्ष्मी यनामंद्रा ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा है कि आयुर्वेद के मुताबिक पीरियड पेन एक वात दोष है। वात दोष नीचे की ओर बढ़ता है जो पीरियड में ब्लड के मुक्त प्रवाह के लिए जिम्मेदार है। जब बॉडी में तेज एक्टिविटी होती है तो वात दोष बढ़ता है और रक्तस्राव की समस्या पैदा हो सकती है।
डॉ वरलक्ष्मी के अनुसार, पीरियड के दौरान बॉडी रूटीन को ठीक रखना और एक्सरसाइज करना बेहद उपयोगी है। यदि आप हैवी ब्लीडिंग, सिरदर्द और तनाव जैसे पीएमएस के लक्षण महसूस करती हैं तो बॉडी को एक्टिव रखें। पीरियड पेन से निजात पाने के लिए आप इन असरदार नुस्खों को अपनाएं।
- पीरियड के दौरान आप शारीरिक तनाव को कम करें।
- डाइट में हेल्दी फूड्स को शामिल करें। फाइबर से भरपूर फूड का सेवन करें ताकि आप आसानी से स्टूल पास कर सकें।
- इस परेशानी के दौरान लगातार पूरे दिन गुनगुने पानी का सेवन करें।
- पानी के साथ मटर के आकार के हल्दी के छोटे-छोटे गोले बनाकर उसका सेवन करें। याद रखें कि हल्दी की इन बॉल को पहले दिन से तीसरे दिन तक खाली पेट लें।
- इस दौरान आराम करें और सादा खाना खाएं। डाइट में चावल, सूप और भुनी हुई सब्जियों को शामिल करें।
- पीरियड के सामान्य लक्षणों का उपचार आप घर में ही आसानी से कर सकती हैं लेकिन अगर लक्षण गंभीर दिखें तो आप तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।