Ayurveda Tips: सही खानपान स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है, गलत या अस्वस्थ भोजन करने से लोग ज्यादा बीमार पड़ने लगते हैं। इससे न केवल अपच हो जाती है बल्कि शरीर विषाक्त पदार्थों का उत्पादन भी होने लगता है। आयुर्वेद के अनुसार हर खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र पर अपना एक अलग स्वाद, कैरेक्टर, प्रभाव और एनर्जी छोड़ता है। जब दो अलग-अलग ऊर्जाओं से भरपूर फूड्स लोग खाते हैं तो इससे लोगों को पेट में जलन, अपच, सूजन, गैस और टॉक्सिंस बनने लगते हैं। ऐसे में इस ओर ध्यान देकर कुछ फूड कॉम्बिनेशन के सेवन से बचना चाहिए। इससे लोग स्वस्थ रहेंगे और उनकी पाचन प्रणाली भी मजबूत होगी। साथ ही, बॉडी में पोषण तत्व भी पहुंचते हैं और संपूर्ण स्वास्थ्य बरकरार रहता है।
दूध और केला: ये दोनों ही फूड आइटम्स अपने स्वास्थ्य गुणों के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, दूध और केला साथ में नहीं खाना चाहिए क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार पेट में जलन पैदा करता है और टॉक्सिक का उत्पादन होता है। इसके कारण साइनस, कोल्ड, कफ, एलर्जी और कंजेशन की परेशानी हो सकती है। इन दोनों में ही कूलिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है, लेकिन पाचन के बाद इनका असर अलग हो जाता है। केला जहां खट्टा होता है वहीं दूध मीठा, ऐसे में पाचन तंत्र उलझन में आ जाता है जिससे अनियंत्रण पैदा होती है।
इसके अलावा, आयुर्वेद के अनुसार बीन्स को दूध, मीट, दही, अंडे, मछली, चीज और फलों के सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा, मक्खन को लेकर कहा जाता है कि इसे किसी भी चीजों के साथ मिलाकर नहीं खाना चाहिए। जबकि चीज को गर्म पेय पदार्थों, अंडे, फल, बीन्स, दूध और दही के साथ नहीं लेना चाहिए।
अंडे: विशेषज्ञ मानते हैं कि अंडों को दूध, चीज, दही, फल खासकर खरबूज, आलू, मछली, बीन्स जैसी चीजों के साथ नहीं खाना चाहिए। वहीं, कम पका या ज्यादा पका खाना खाने से बचें। इसके अलावा, खाना बनाकर ज्यादा देर तक न छोड़ें।
फल: कहा जाता है कि वैसे फलों को साथ में खाना चाहिए जिनका स्वाद एक जैसा हो। आसान शब्दों में कहा जाए तो खट्टे फलों को एक साथ खाएं। साथ ही, फलों के साथ कोई दूसरे खाद्य पदार्थों को न खाएं। जबकि मेलन को भी अकेले खाना सही रहेगा।