सर्दी का मौसम जा रहा है और गर्मी ने दस्तक दे दी है। बदलते मौसम में मौसमी बीमारियां जैसे सर्दी जुकाम और खांसी बेहद परेशान करती है। पिछले तीन सालों से मार्च और अप्रेल के महीने में कोविड-19 के मामलों में इज़ाफ़ा होता है। इन महीनों में कोविड-19 नए-नए रूप अपनाकर लोगों को परेशान करता है। इस बार बदलते मौसम में लोगों को Influenza virus H3N2 वायरस बेहद परेशान कर रहा है। इस वायरस की वजह से लोगों का खांस-खांस कर दम फूल रहा है। कोविड की तरह ही इस बीमारी के लक्षण हैं जिसे लोग कोविड का नया रूप समझ कर परेशान हो रहे हैं।
खांस-खांस कर लोगों का दम फूल रहा है। किसी को सूखी खांसी परेशान कर रही है तो किसी को खांसी के साथ बलगम परेशान कर रहा है। खांसी एक बार उठ जाए तो रूकने का नाम नहीं लेती। लगातार खांसते रहने से पेट में दर्द, ऐंठन और सिर में दर्द बेहद परेशान करता है। इस खांसी की वजह से रातों की नींद तक हराम होने लगती है। दिल्ली में ज्यादातर लोग इस Influenza virus H3N2 वायरस से परेशान हैं।
गंगा राम अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट एंड वाइस चेयरमेन क्रिटिकल केयर एंड इमर्जेंसी मेडिसिन के डॉक्टर प्रकाश एस शास्त्री के मुताबिक ये खांसी कोविड-19 वायरस नहीं है बल्कि Infuenza A(H3N2) वायरस है जो आपको लगभग तीन हफ्तों तक परेशान कर सकता है। ये वायरस भी संक्रामक रोग है जिससे लोगों को बचाव करना जरूरी है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि Influenza virus H3N2 के लक्षण कौन-कौन से है और कौन लोग इस बीमारी के ज्यादा शिकार होते हैं।
Infuenza A(H3N1) वायरस के लक्षण:
- तेज खांसी होना, खांसी के साथ बलगम आना
- बुखार होना,
- बदन दर्द और सिर दर्द की शिकायत होना
- पेट में परेशानी होना
- सर्दी, जुखाम, नाक से पानी आना,
- इसके अलावा उल्टी आना और डायरिया भी इसके लक्षण हैं।
- गले में खराश और लंबे समय तक खांसी आना इसके प्रमुख लक्षण हैं।
Infuenza A(H3N1) के लक्षण कॉमन वायरस से कैसे अलग हैं:
इस वायरस की वजह से मरीज को बेहद खांसी होती है। खांसी इतनी ज्यादा होती है कि उसे कंट्रोल करने के लिए दवाईयों का सेवन करना ही पड़ता है। इस वायरस में मरीज के गले में बेहद खराश रहती है। गले में बलगम आता है। ये बीमारी ज्यादातर युवाओं को परेशान कर रही है। युवा घर से बाहर पॉल्यूशन में रहते हैं तो उन्हें इस वायरस से ज्यादा परेशानी होती है।
Infuenza A(H3N1) कैसे COVID-19 वायरस से अलग हैं:
Infuenza A(H3N1) और COVID-19 दोनों ही वायरस हैं। H3N2 वायरस A का सब टाइप इंफ्लूएंजा है जो कम्युनिकेबल डिजीज है जो सांस के जरिए दूसरे लोगों में फैलता है। इसके लक्षण कोविड-19 जैसे ही है लेकिन कोविड-19 खतरनाक वायरस है जिसके ऑफटर इफेक्ट ज्यादा होते हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक फ्लू और कोविड दोनों ही फेफड़ों से संबंधित बीमारी है। कोविड में स्वाद और सूंघने की शक्ति चली जाती है लेकिन Infuenza A(H3N1) में ऐसा नहीं होता।
इंफ्लूएंजा वायरस अमूमन चार तरह के होते है टाइप A,B,C और D। H3N2 टाइप A वायरस का सब वेरिएंट है। Infuenza A(H3N2) वायरस 15 दिनों तक परेशान करने वाला वायरस है। एक्सपर्ट के मुताबिक अस्पताल में इस वायरस के ज्यादा मामले आ रहे हैं। लोग खांस-खांस के परेशान हो रहे हैं। आमतौर पर खांसी 4-5 दिनों में ठीक हो जाती है लेकिन इस वायरस की वजह से खांसी को पूरी तरह ठीक होने में कम से कम 15 दिन लगते हैं।
डॉक्टर कैसे कर रहे हैं इस खांसी का उपचार:
डॉक्टर प्रकाश शास्त्री के मुताबिक इस बीमारी का उपचार करने के लिए अस्पताल में ज्यादातर मरीजों पर स्टेरॉयड का इस्तेमाल हो रहा है। डॉक्टर मरीज को 7 दिनों तक स्टेरॉयड का डोज देते हैं जिससे मरीज को राहत मिलती है और खांसी में काफी फर्क आता है। कुछ मरीज इस खांसी से ज्यादा दिनों तक भी परेशान रहते हैं।
घर में कैसे करें इस परेशानी का उपचार:
- गले में खराश से परेशान हैं तो गर्म पानी का सेवन करें।
- नमक के पानी से गरारे करें आपको काफी आराम मिलेगा।
- गर्म सूप का सेवन करें फायदा होगा।
- जेनेटिक कारणों की वजह से भी मरीज को ये बीमारी हो सकती है इसलिए ऐसे लोग घर से बाहर मास्क लगाकर निकलें।
- वायु प्रदूषण लक्षणों को बढ़ा रहा है इसलिए प्रदूषण से बचाव करें।
- एक्सपर्ट के मुताबिक इस खांसी पर मल्टीपल कोर्स की एंटीबायोटिक भी असर नहीं कर रही इसलिए हमें स्टोराइड से ही उपचार करना पड़ रहा है।