बेहतर खानपान से दूर हो सकती है कब्ज की समस्या, जानें किन उपायों को अपनाने से मिलेगी मदद
Constipation Home Remedies: कॉन्स्टिपेशन की वजह से लोग फ्रेश नहीं महसूस करते हैं। साथ ही, उनमें चिड़चिड़ापन रहता है।

Constipation Remedies: एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत के 22 प्रतिशत वयस्क कब्ज की परेशानी झेल रहे हैं। पेट साफ होने में परेशानी कई दूसरी शारीरिक समस्याओं को उत्पन्न कर सकती है। यहां तक कि पुरानी कब्ज बवासीर की वजह बन सकती है। आधुनिक जीवन शैली में ये बीमारी कई लोगों की परेशानी का सबब बनती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कब्ज की स्थिति तब बनती है, जब पाचन तंत्र खराब हो जाता है। कब्ज का अर्थ है, मलत्याग में परेशानी होना या मरीजों में मल त्याग सामान्य से कम होना।
सही खानपान है जरूरी: हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कब्ज की समस्या को कंट्रोल करने के लिए सबसे जरूरी है खानपान पर ध्यान देना है। कम तला-भुना खाएं, शराब-धूम्रपान से परहेज करें। अधिक चाय-कॉफी का सेवन भी इन मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। दिन भर में कम से कम 3 लीटर पानी पीयें और फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार दैनिक आहार में महिलाओं को जहां 25 ग्राम फाइबर खाना चाहिए, वहीं पुरुष 30 ग्राम फाइबर खाएं।
काम आएंगे आयुर्वेदिक उपाय: कब्ज से पीड़ित लोगों को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पेट दर्द, सिर में जलन, प्यास लगने जैसे कुछ आम लक्षण हैं कब्ज के। वहीं, कॉन्स्टिपेशन की वजह से लोग फ्रेश नहीं महसूस करते हैं। साथ ही, उनमें चिड़चिड़ापन रहता है। ऐसे में लोग इससे निजात पाने के तमाम तरीके अपनाते हैं, कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी भी कब्ज की समस्या से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं –
त्रिफला – खाने से पहले त्रिफला को आप कब्ज दूर करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। एक चम्मच त्रिफला को एक कप गर्म पानी में 10 मिनट तक छोड़ दें, जब बर्तन में पानी केवल आधा रह जाए तो इसे छानकर पीयें।
सौंफ: सौंफ में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो पेट संबंधी परेशानियों को दूर करने में कारगर है। कब्ज, गैस व पेट में सूजन की परेशानी से जो लोग जूझ रहे हैं उनके लिए सौंफ के चाय का सेवन फायदेमंद है।
ये भी उपाय साबित होंगे फायदेमंद: अदरक वाली चाय, नींबू, पुदीना, गुड़, कॉफी और आलू बुखारा खाने से आपकी पेट संबंधी सारी बीमारियां दूर हो सकती हैं। इसके अलावा, कब्ज से निजात पाने के लिए आयुर्वेदिक औषधियों में दशमूल क्वाथ, त्रिफला, वैश्वनार चूर्ण, हिंगु त्रिगुणा तेल, अभ्यारिष्ट और इच्छाभेदी रस शामिल हैं।