दालचीनी फैटी लिवर का खतरा कम करने में मददगार, किचन के ये मसाले भी माने जाते हैं कारगर
Tips for Fatty Liver Patients: करक्यूमिन जो हल्दी में प्रचुर मात्रा में पाई जाती है, वो फैटी लिवर के खतरे को कम करने में मददगार है

Fatty Liver Home Remedies: हेपेटिक स्टीटोसिस जिसे आम भाषा में फैटी लिवर कहा जाता है, ये स्थिति तब उत्पन्न होती है जब लिवर में फैट की मात्रा अत्यधिक हो जाती है। इस बीमारी के कारण किसी भी मरीज के लिवर में सूजन और दर्द जैसी परेशानियां होती हैं। इससे लिवर ठीक तरीके से कार्य करना बंद कर देते हैं। इस वजह से मरीजों में पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। बता दें कि ह्यूमन बॉडी के सबसे प्रमुख अंगों में से एक है लिवर, ये शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालता है। साथ ही, खाना पचाने में भी मददगार है।
दालचीनी: जब लिवर के सेल में बहुत अधिक फैट जमा हो जाता है तो फैटी लिवर की बीमारी हो जाती है। मोटापे, हाई बीपी व डायबिटीज के मरीजों को इस बीमारी की चपेट में आने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में दालचीनी का सेवन लिवर को हेल्दी बनाए रखने में कारगर है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इसमें एंटी-इंफ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं जो कि लिवर की सूजन को कम करने में मददगार हैं।
सौंफ: लिवर में इस बीमारी के कारण आई सूजन को कम करने में सौंफ भी असरदार है। इसके साथ ही, मोटापा कम करने के लिए भी सौंफ का इस्तेमाल कारगर साबित होता है। माना जाता है कि लिवर को किसी भी बीमारी अथवा संक्रमण से दूर रखने में सौंफ के बीज का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा, इसका सेवन करने के लिए एक चम्मच सौंफ को एक गिलास पानी में भिगोएं और लंच और डिनर के बाद इसे पीएं। सौंफ में मौजूद तत्व लिवर के आसपास जल्दी फैट की मात्रा को बढ़ने नहीं देते जिससे लिवर अधिक समय तक हेल्दी रहता है।
हल्दी: करक्यूमिन जो हल्दी में प्रचुर मात्रा में पाई जाती है, वो फैटी लिवर के खतरे को कम करने में मददगार है। NASH यानी नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज के मरीजों के लिए करक्यूमिन बेहद फायदेमंद होता है। हल्दी लिवर सेल्स को सुरक्षित रखने में मदद करता है। एक गिलास पानी को उबाल लें और उसमें एक चुटकी हल्दी डालें। फिर इसका सेवन करें। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए रोज रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन लाभदायक हो सकता है। इसमें मौजूद तत्व शरीर के इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है