Cancer Disease: कैंसर आज भी दुनिया के सामने एक जानलेवा समस्या है। कैंसर से हर साल हजारों लोगों की मौत होती है। जब कैंसर ने पहली बार दुनिया का सामना किया, तो यह धारणा थी कि धूम्रपान करने वालों को ही कैंसर होता है, या केवल तम्बाकू खाने वालों को ही कैंसर होता है। लेकिन धीरे-धीरे पेट का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और अन्य कैंसर दुनिया के सामने आने लगे और सच्चाई सामने आई कि कैंसर किसी को भी और किसी भी तरह से हो सकता है और तभी से कैंसर का डर ज्यादा होने लगा।
सबसे डरावनी बात तो यह है कि कई बार कैंसर शरीर में होते हुए भी पता नहीं चलता। लेकिन जैसे-जैसे साल बीतते गए, मेडिकल साइंस एडवांस होती गई और अब ऐसे उपचार हैं जो आपको कैंसर से बचा सकते हैं। लेकिन आज भी लोग कैंसर के बारे में जागरूक नहीं हैं या इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं। इस संबंध में कुछ जागरूकता पैदा करने के लिए हम आपको इस लेख में सबसे आम कैंसर और उसके कारणों के बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं।
सबसे आम कैंसर और इसके कारण
मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, पटपड़गंज में मेडिकल ऑन्कोलॉजी की सीनियर डायरेक्टर डॉ. मीनू वालिया ने जनसत्ता डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि आंकड़े बताते हैं कि 9 में से 1 भारतीय को अपने जीवनकाल में कैंसर हो जाएगा। 2015 की तुलना में 2025 में भारत में कैंसर 31.4% तक बढ़ जाएगा। डब्ल्यूएचओ और आईएआरसी द्वारा जारी विश्व कैंसर रिपोर्ट के अनुसार, भारत में छह सबसे आम कैंसर स्तन कैंसर, मुंह का कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर, फेफड़े का कैंसर, पेट का कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर हैं। ये सभी मिलकर कैंसर के सभी नए मामलों का 49% हिस्सा हैं।
अगर दिख रहे ये लक्षण तो आप हो सकते हैं Lung Cancer के शिकार, कैसे करें बचाव
डॉ. मीनू वालिया के मुताबिक जीवन शैली के कारक, जैसे कि धूम्रपान, शराब का सेवन, मोटापा, डाइट और शारीरिक निष्क्रियता और प्रजनन और हार्मोनल कारकों को भी कैंसर का कारण और प्राथमिक रोकथाम के लिए मुख्य लक्ष्य माना जाता है। जबकि धूम्रपान, जो सभी प्रकार के कैंसर के लगभग 20% से 30% के लिए जिम्मेदार हो सकता है, स्पष्ट रूप से जीवन शैली से संबंधित चीजें कैंसर के लिए मजबूत जोखिम कारक है।
डॉक्टर वालिया के मुताबिक औद्योगिक रूप से विकसित और समृद्ध समाजों में सभी कैंसर के आधे मामलों को गैर-धूम्रपान, शराब की खपत को कम करने, वजन नियंत्रण और शारीरिक गतिविधि, प्लांट बेस्ड डाइट और ब्रेस्ट फीडिंग के जरिए बचा जा सकता है। हम सभी को यह समझना बेहद जरूरी है कि कैंसर जेनेटिकली होने के बजाय जीवनशैली से जुड़ी बीमारी अधिक है!
डॉक्टर ने बताया कि एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि जोखिम कारकों को नियंत्रित करके दुनिया भर में कैंसर के 35-50% मामलों को रोका जा सकता है। समय की मांग है कि हम सही और स्वस्थ जीवन शैली को अपनाकर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बच सकते हैं।