साइलेंट किलर के नाम से मशहूर हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की वजह से पनपने वाली बीमारी है। कम उम्र में लोगों को अपना शिकार बनाने वाली इस बीमारी में खून की धमनियों की दीवारों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। दबाव बढ़ने के कारण रक्त की धमनियों में रक्त का प्रवाह बनाए रखने के लिए दिल को सामान्य से अधिक काम करने की जरूरत पड़ती है।
ब्लड प्रेशर हाई होने पर मरीज को सिर दर्द, छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ,स्किन पर लाल रंग के चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए ना सिर्फ दवाई की जरूरत होती है बल्कि खान-पान और एक्सरसाइज भी बेहद जरूरी है। हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए आप बाबा राम देव के असरदार टिप्स को अपना सकते हैं जिनसे पुराने से पुराने ब्लड प्रेशर को असरदार तरीके से कंट्रोल किया जा सकता है।
खाली पेट पानी पीएं: हाई ब्लड प्रेशर के मरीज है तो सुबह उठकर खाली पेट तीन से चार गिलास पानी पीएं। खाली पेट पानी पीने से पुराने से पुराना ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा।
खाने के एक घंटे बाद पानी पीएं: ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने के लिए सबसे जरूरी है कि आप पानी का सेवन खाने के एक घंटे बाद करें। दिन भर में तीन से चार लीटर पानी पीएंगे तो ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा, साथ ही बीमारियों से बचाव भी होगा।
लौकी का जूस पीएं: ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए लौकी का जूस बेहद असरदार है। लौकी में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बेहद कम होती है और फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और विटामिन-सी भरपूर मात्रा में होता है। लौकी में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है जो ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए उपयोगी है।
नमक का सेवन कम करें: ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए नमक का सेवन कम करें। नमक का सेवन कम करने से ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहेगा। हम लोग हर दिन अपनी डाइट में 2,300 मिलीग्राम यानि दो चम्मच नमक का सेवन करते हैं जबकि ब्लड प्रेशर के मरीजों को 1,500 मिलीग्राम तक ही नमक का सेवन करना चाहिए।
योग करें: ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए योग करें। योग में कपालभाती, अनुलोम-विलोम आसन करें आपको पुराने से पुराने ब्लड प्रेशर से भी निजात मिलेगी।
रीढ़ की हड्डी की बर्फ से सिकाई करें: बाबा राम देव के मुताबिक ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए आप रीढ़ की हड्डी की बर्फ से सिकाई करें। सिकाई करने के लिए सूती कपड़े में बर्फ लेकर रीढ़ की हड्डी की धीरे-धीरे सिकाई करें।