जब भी हम फलों और सब्जियों को खरीदकर लाते हैं तो सबसे पहले उन्हें अच्छे से पानी से वॉश करते हैं फिर फ्रिज में रखते हैं। लेकिन कई शोधकर्ताओं का मानना है कि सब्जियों और फलों में इतना ज्यादा पेस्टिसाइड्स मौजूद होता है कि उन्हें सिर्फ वॉश करना ही पर्याप्त नहीं है।विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक सेब समेत कुछ ऐसे फल है जिन्हें ज्यादा पेस्टिसाइड्स किया जाता है। इन फलों और सब्जियों का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
स्ट्राबेरी,पालक,सेब,नाशपाती,अंगूर,टमाटर और आलू सात ऐसे फल और सब्जियां है जिनका इस्तेमाल हम ज्यादा करते हैं और इन पर पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल भी ज्यादा होता है। पेस्टिसाइड्स का ज्यादा इस्तेमाल हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
कुछ पेस्टिसाइड्स इतने ज्यादा खतरनाक होते हैं जो बॉडी के अंदर जाकर हमारी बॉडी को नुकसान पहुंचाते हैं। पेस्टिसाइड का ज्यादा इस्तेमाल नर्वस सिस्टम से लेकर स्किन,आंखें और हार्मोन सिस्टम को बुरी तरह प्रभावित करता है। कुछ पेस्टिसाइड्स इतने खतरनाक होते हैं कि वो कैंसर तक का कारण बनते हैं।
कौन से सात फलों और सब्जियों में होता है ज्यादा पेस्टिसाइड:
स्ट्राबेरी,पालक,सेब,नाशपाती,अंगूर,टमाटर और आलू जैसे सात फलों को कितना भी पानी से वॉश किया जाए उनसे ज़हर नहीं निकलता। इन फलों और सब्जियों का सेवन प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए घातक हो सकता है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि अगर प्रेग्नेंट महिलाएं या फिर जो महिलाएं फर्टिलिटी ट्रीटमेंट करा रही हैं अगर वो इन सात फल और सब्जियों का सेवन करती हैं तो उनके बच्चे के जिंदा रहने की संभावना बेहद कम होती है।
पेस्टिसाइड से बचाव कैसे करें:
एक रिसर्च के मुताबिक स्ट्राबेरी,पालक,सेब,नाशपाती,अंगूर,टमाटर और आलू जैसे सात फल और सब्जियों का पेस्टिसाइड हटाने के लिए ब्लीच, पानी और बेकिंग सोडा का इस्तेमाल किया गया। लेकिन इन सभी चीजों में सोडा का इस्तेमाल पेस्टिसाइड के असर को बेअसर करने में बेहद असरदार साबित हुआ। बेकिंग सोडा में पेस्टिसाइड्स डिग्रेड होते हैं इसका इस्तेमाल फलों और सब्जियों में करने से फल और सब्जियां खाने में सुरक्षित रहती है।