पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी उम्र में किसी को भी परेशान कर सकती है। बवासीर की बीमारी से देश और दुनिया में करोड़ों लोग परेशान हैं। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण कब्ज है। कब्ज की बीमारी की वजह से पुरी दुनियां में 15 फीसदी लोग परेशान रहते हैं। पाइल्स, फिशर,फिस्टुला ऐनस में पनपने वाली बीमारी है जिसमें पीड़ित व्यक्ति के गुदा के अंदर और बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है। कब्ज के कारण पेट साफ नहीं होने से और मल त्यागने में जोर लगाने से पाइल्स की समस्या होती है।
पाइल्स की बीमारी सिर्फ मर्दों को ही परेशान नहीं करती बल्कि ये महिलाओं को भी परेशान करती है। पाइल्स की बीमारी के लिए कब्ज के अलावा भी कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे लम्बे समय तक खड़े रहना,बढ़ता मोटापा और प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को पाइल्स की बीमारी परेशान कर सकती है।
अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल अल्वरपेट चनैई में डॉ वाणी विजय ने बताया कि महिलाओं में पाइल्स या हेमोराइड के 7 लक्षण दिखते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि पाइल्स के कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं और उनका उपचार कैसे करें।
1.ऐनस में खुजली और तेज जलन होना महिलाओं में पाइल्स के लक्षण हैं। एनस में रेडनेस भी हो सकती है।
2. स्टूल पास करने के बाद भी पेट साफ नहीं होने का अहसास होना। महिलाओं और पुरुषों में एक जैसे लक्षण हैं।
3. स्टूल पास करने के दौरान जलन होना और स्टूल के साथ लाल चमकदार खून आना भी पाइल्स के लक्षण हैं।
4. ऐनस के आस-पास दर्द और सूजन आना भी पाइल्स के लक्षण हैं।
5. ऐनस के पास सूजन के साथ ही गांठ बनना भी पाइल्स के लक्षण हैं।
6. ऐनस को पोछने पर बलगम जैसा चिपचिपा पदार्थ जमा होना भी पाइल्स के लक्षण हैं।
7. स्टूल पास करने में दर्द होना और ज्यादा जोर लगाने पर ब्लड आना पाइल्स के लक्षण हैं।
महिलाएं पाइल्स के लक्षणों को दूर करने के लिए इन उपायों को अपनाएं:
- महिलाओं में पाइल्स की परेशानी बढ़ रही है तो डाइट में फाइबर वाले फूड्स का सेवन करें। फाइबर वाले फूड्स कब्ज से निजात दिलाते हैं और पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करते हैं।
- प्रेग्नेंट महिला को कब्ज की समस्या ज्यादा होती है जिसकी वजह से उन्हें पाइल्स हो जाता है। यदि आप पाइल्स के लक्षणों से परेशान हैं तो बाथ टब में गुनगुने पानी से सिकाई करें।
- आचार्य श्री बालकृष्ण के मुताबिक महिलाएं पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए कुछ देसी नुस्खें अपना सकते हैं। एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करके पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। एलोवेरा जेल आंतरिक और बाह्य दोनों प्रकार के पाइल्स के इलाज में असरदार है।
- सेब के सिरके का सेवन दोनों तरह की बवासीर पर असरदार साबित होता है। खूनी बवासीर में एक गिलास पानी में सेब का सिरके डालकर उसका सेवन करें। बादी बवासीर में सेब के सिरके में रुई भिगाकर ऐनस में रखें जलन और खुजली से निजात मिलेगी।