High Cholesterol Symptoms: कोलेस्ट्रॉल एक तरह का फैट है जो चिपचिपा मोम के जैसा पदार्थ होता है। बॉडी में 20 से ज्यादा जरूरी हार्मोन का निर्माण कोलेस्ट्रॉल के कारण ही होता है। कोलेस्ट्रॉल शरीर में टेस्टोस्टेरोन, एस्ट्रोजेन हार्मोन सहित कई हार्मोन को बनाता है। कोलेस्ट्रॉल मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है खराब कोलेस्ट्रॉल और अच्छा कोलेस्ट्रॉल।
बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से उसके लक्षण बॉडी में दिखने लगते हैं। हाथ-पैरों का सुन्न होना और सूजन आना कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर स्किन पर उसका असर सबसे पहले दिखता है।
Scientific Based Homeopathy Dr.Mandeep Dahiya के मुताबिक कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर बॉडी में कमजोरी होने लगती है और स्किन पर उसके कुछ लक्षण दिखने लगते हैं। बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर हाथ और पैरों में खून की सप्लाई कम होने लगती है जिससे नसों का रंग बदलने लगता है सूजन तथा सुन्नपन होने की शिकायत हो सकती है। इससे आपकी आंखों के नीचे, बैक में, पैर में और हथेली में उभार दिखने लगते है। जब खून में ज्यादा कोलेस्ट्रॉल जमने लगता है तो यह आर्टरी को पतला कर देता है जिससे शरीर के विभिन्न अंगों तक खून नहीं पहुंचता। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर स्किन में उसके लक्षण दिखने लगते हैं जैसे
- कोलेस्ट्ऱॉल बढ़ने पर स्किन पर लाल रेशेज हो सकते हैं।
- कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर चेहरे पर पीले रंग के दाने नजर आते हैं।
- पैरों और हथेलियों पर मोमी परत जमी हुई दिखती है।
- स्किन पर बैंगनी जाल जैसा पैटर्न नजर आता है।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए क्या करें: (What to do to control cholesterol)
- कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए डाइट का ध्यान रखें। डाइट में ओटमील, किडनी बीन्स, सेब और स्प्राउट्स का सेवन करें। ये फूड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
- डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स का सेवन करें। ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए आप सैल्मन, अखरोट और अलसी के बीज का सेवन करें।
- कुछ फूड्स से परहेज करना बेहद जरूरी है। प्रोसेस्ड फूड, पिज्जा बर्गर, पैकेटबंद, सिगरेट और शराब का सेवन बिल्कुल बंद कर दें।
- हेल्दी फूड खाएं। डाइट में सीजनल हरी सब्जियां, साबुत अनाज को शामिल करें।
- कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए डाइट में कुछ फलों और सब्जियों को शामिल करें। सेब,एवोकाडो,पपीता, टमाटर और खट्टे फलों का सेवन करें।