भारत में डायबिटीज (Diabetes) मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसीलिए भारत को दुनिया की ‘डायबिटीज कैपिटल’ भी कहा जाने लगा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि डायबिटीज के कुल मरीजों में 90 फ़ीसदी से ज्यादा टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के मरीज हैं। टाइप 2 डायबिटीज में उम्र का बड़ा रोल होता है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे टाइप 2 डायबिटीज होने की आशंका भी बढ़ जाती है।
टाइप 2 डायबिटीज की वजह (Type 2 Diabetes Causes)
टाइप टू डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की कई वजहें हैं। सबसे बड़ी वजह मोटापा यानी जरूरत से ज्यादा वजन है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, अनियंत्रित खानपान, फिजिकल एक्टिविटी से दूरी और अनुवांशिक कारणों से भी टाइप 2 डायबिटीज हो सकता है। शरीर में इंसुलिन डिफिसिएंसी या इंसुलिन रेसिस्टेंस भी बड़ी वजह है। डॉक्टर बताते हैं कि तमाम ऐसे मरीज भी होते हैं जिन्हें सालों से टाइप 2 डायबिटीज (Blood Sugar Risk) होती है, लेकिन उन्हें पता ही नहीं लग पाता है। खासकर अगर किसी को ब्लड प्रेशर या हृदय से जुड़ी समस्या है तो उसे डायबिटीज के लक्षणों पर बारीकी से नजर रखना चाहिए।
ये 5 लक्षण दिखें तो फौरन हो जाएं सतर्क (Type 2 Diabetes Symptoms)
अगर आपको बार-बार भूख और प्यास लग रही है, जरूरत से ज्यादा बार यूरिन जाना पड़ रहा है, आंखों के आगे अचानक अंधेरा छा जाता है, हाथ-पैर सुन्न पड़ जाते हैं और थकावट लगती है, घाव भरने में लंबा वक्त लगता है तो ये टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं।
किस उम्र में डायबिटीज का ज्यादा रिस्क है? (At What Age Diabetes Occur)
http://www.webmd.com पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक 45 साल की उम्र के बाद टाइप टू डायबिटीज का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। अमेरिका की 14% ऐसी आबादी जिनकी उम्र 45 से 64 साल के बीच है, उन्हें टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित पाया गया। यह संख्या 18 से 44 साल की उम्र वालों से करीब 5 गुना ज्यादा है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ डायबिटीज का खतरा और बढ़ जाता है। अमेरिका की 25 फीसदी ऐसी आबादी जिनकी उम्र 65 साल या इससे ज्यादा है, उन्हें टाइप टू डायबिटीज से पीड़ित पाया गया है।
4 साल की उम्र से हो सकता है Type 2 Diabetes
कटक (ओडिशा) के एससीबी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉक्टर जयंत पांडा अपने एक वीडियो में बताते हैं कि टाइप 1 डायबिटीज की शुरुआत तो बचपन से ही हो सकती है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत (Type 2 Diabetes) 4 साल की उम्र से हो सकती है। वह कहते हैं कि हमारे पास डायबिटीज से पीड़ित जो बच्चे आते हैं, उनमें ज्यादातर ओवरवेट होते हैं और अनियंत्रित लाइफ़स्टाइल जी रहे होते हैं। इससे बॉडी में इन्सुलिन रेजिस्टेंस पर असर पड़ता है और डायबिटीज की तरफ ले जाता है।
बच्चों में डायबिटीज के लक्षण (Child Diabetes Symptoms)
डॉ. पांडा कहते हैं कि अगर आपके बच्चे को मोटापे की समस्या है या उम्र और लंबाई के के अनुपात में ज्यादा वजन है, बार-बार भूख लगती है, व्यवहार में अचानक बदलाव दिख रहा है, थकान महसूस कर रहा है तो फौरन डायबिटीज की जांच कराएं। अगर किसी बच्चे को कम उम्र में ही डायबिटीज हो गया तो उसे दूसरी बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
डायबिटीज के साथ और क्या रिस्क?
अगर 40 साल से पहले टाइप टू डायबिटीज हो गया तो बॉडी में इंसुलिन प्रोड्यूस करने वाले सेल्स डैमेज हो सकते हैं, जिन्हें बेटा सेल्स भी कहा जाता है। इसके अलावा औदूसरी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिनमें हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) , हाई कोलेस्ट्रॉल, हृदय से जुड़ी दूसरी बीमारियां शामिल हैं। साथ ही किडनी और लीवर पर भी असर पड़ता है।