मुगल बादशाह औरंगजेब (Aurangzeb) की छवि हिंदुओं से नफरत करने वाले कट्टर इस्लामी शासक की रही है। हालांकि औरंगजेब (Mughal Emperor Aurangzeb) ने अपने बेटे को हिंदी की ऐसी तालीम (शिक्षा) दिलाई कि उसने हिंदू देवी-देवताओं (Hindu God And Goddess) को लेकर कविता ही लिख डाली। औरंगजेब ने अपने तीसरे बेटे आजम शाह (Azam Shah) को हिंदी सिखाने के लिए ऐसा शब्दकोश तैयार करवाया था, जिससे फारसी भाषा का कोई भी व्यक्ति आसानी से हिंदी सीख जाए।
बीबीसी पर प्रकाशित एक लेख में इतिहास ओम प्रकाश प्रसाद की किताब ‘औरंगजेब- एक नई दृष्टि’ के हवाले से बताया गया है कि उस शब्दकोश का नाम ‘तोहफतुल-हिंद’ था। इस शब्दकोश की प्रतिलिपियां आज भी पटना के खुदाबख्श खां ओरिएंटल लाइब्रेरी में मौजूद है।
आजम शाह की शिव की आराधना वाली कविता
हिंदी के प्रसिद्ध लेखक और आलोचक मैनेजर पांडेय ने अपनी एक किताब ‘मुगल बादशाहों की हिंदी कविता’ में आजम शाह की कविता के बारे में भी लिखा है। दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे मैनेजर पांडेय ने बताया है कि आजम शाह ने अपनी एक हिंदी की कविता को हिंदू देवी-देवता गौरी और शिव की आराधना की तरह लिखा है। कविता की कुछ पंक्तियां इस प्रकार हैं-
“गौरी ईश्वरी शिव भवानी आनन्द देजै।
रुद्राणी सर्वाणी सर्व मंगला मृडानी मैदना दारिद्र भंजै”
बता दें कि 1707 में औरंगजेब की मौत के बाद आजम शाह ने गद्दी संभाली थी। लेकिन सत्ता के लालच में सौतेले भाई शाह आलम ने तीन माह के भीतर ही आजम शाह की हत्या कर दी थी।
दारा शिकोह ने वेदों और उपनिषदों का कराया था अनुवाद
औरंगजेब के भाई दारा शिकोह (Dara Shikoh) ने वेदों का उपनिषदों का फारसी में अनुवाद कराया था। दारा शिकोह को एक उदारवादी शहजादे के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने हिंदू और इस्लामी परंपराओं के बीच समानताएं खोजने की कोशिश की थी।
दारा शिकोह ने वेदांत और इस्लाम के दर्शन का गहन अध्ययन किया था। साथ ही दोनों दर्शनों की समान विचारधारा को लेकर साहित्य का सृजन भी किया था। दारा शिकोह ने 52 उपनिषदों का सिर्र-ए-अकबर नाम से अनुवाद कराया था। इसके अलावा श्रीमद्भगवद्गीता और योगवासिष्ठ का भी फारसी भाषा में अनुवाद कराया था।
बता दें कि दारा शिकोह मुगल बादशाह शाहजहां के सबसे बड़े बेटे थे। शाहजहां दारा शिकोह को ही अपना उत्तराधिकारी मानते थे। लेकिन सत्ता पाने के लिए दारा शिकोह के भाई औरंगज़ेब ने उनकी हत्या कर दी थी।