Collegium vs Center: केंद्र सरकार ने पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में 5 जजों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी थी। इसके साथ ही अब सुप्रीम कोर्ट में कुल जजों की संख्या 27 से बढ़कर 32 हो गई है और महज 5.89% वैकेंसी बची है। सुप्रीम कोर्ट में जो 5 नए जज नियुक्त हुए हैं, उनमें जस्टिस पंकज मित्तल, जस्टिस संजय करोल, जस्टिस पीवी संजय कुमार, जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और जस्टिस मनोज मिश्रा शामिल हैं। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने पांचों नए जजों को शपथ दिला दी है।
अब सुप्रीम कोर्ट में अब 18 राज्यों का प्रतिनिधित्व
नए जजों की नियुक्ति के साथ ही सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आंकड़े पर नजर डालें तो अब सर्वोच्च न्यायालय में कुल 18 राज्यों का प्रतिनिधित्व हो गया है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य हैं, जहां से सर्वाधिक 4-4 जज अब सुप्रीम कोर्ट में हैं। इसी तरह गुजरात और महाराष्ट्र संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं। इन दोनों सूबों के 3-3 जज हैं।
इसी तरह कर्नाटक, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर हैं। इन सूबों के 2-2 जज अब सर्वोच्च न्यायालय में हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड के एक-एक जज सुप्रीम कोर्ट में हैं।
राज्य/केंद्र शासित प्रदेश | जजों की संख्या | जजों के नाम |
दिल्ली | 4 | जस्टिस संजय किशन कौल, एस. रविंद्र भट्ट, संजीव खन्ना, हिमा कोहली |
उत्तर प्रदेश | 4 | जस्टिस कृष्ण मुरारी, विक्रम नाथ, पंकज मित्तल, मनोज मिश्रा |
गुजरात | 3 | जस्टिस एम. आर. शाह, बेला त्रिवेदी, जेबी पारदीवाला |
महाराष्ट्र | 3 | CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस बीआर गवई, अभय एस. ओका |
कर्नाटक | 2 | जस्टिस ए.एस बोपन्ना, बीवी नागारत्ना |
केरल | 2 | जस्टिस केएम जोसेफ, सी.टी. रविकुमार |
राजस्थान | 2 | जस्टिस दिनेश माहेश्वरी, अजय रस्तोगी |
तमिलनाडु | 2 | जस्टिस वी. रामासुब्रमण्यन, एमएम सुंदरेश |
पश्चिम बंगाल | 2 | जस्टिस अनिरुद्ध बोस, दीपांकर दत्त |
आंध्र प्रदेश | 1 | जस्टिस पी.एस. नरसिम्हा |
असम | 1 | जस्टिस ऋषिकेश रॉय |
बिहार | 1 | जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह |
हरियाणा | 1 | जस्टिस सूर्यकांत |
हिमाचल प्रदेश | 1 | जस्टिस संजय करोल |
मध्य प्रदेश | 1 | जस्टिस जेके माहेश्वरी |
तेलंगाना | 1 | जस्टिस पीवी संजय कुमार |
उत्तराखंड | 1 | जस्टिस सुधांशु धूलिया |
पूर्वोत्तर से सिर्फ एक जज
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में अभी असम के जस्टिस ऋषिकेश रॉय इकलौते ऐसे जज हैं, जो पूर्वोत्तर राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा कानून मंत्री किरण रिजिजू के इलाके से और कोई जज नहीं है। छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, झारखंड, मणिपुर, मेघालय, उड़ीसा, पंजाब, सिक्किम, त्रिपुरा जैसे राज्यों के हाईकोर्ट का प्रतिनिधित्व नहीं है।
2019 के बाद नहीं बढ़ा है सुप्रीम कोर्ट जजों का पद
सुप्रीम कोर्ट में अब कुल 34 जजों के पद के मुकाबले 32 जज हो तो गए हैं, लेकिन इसी साल 8 जज रिटायर हो जाएंगे। लाइव लॉ (Live Law) की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 1956 में संसद ने सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 8 से बढ़ाकर 11 करने को मंजूरी दी थी, फिर 1960 में 14 हुआ, 1978 में 18, 1986 में 26, 2009 में 31 और 2019 में 34 हो गई।