Diabetes Mellitus: डायबिटीज (Diabetes) यानी शुगर को समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर लगातार आपका ब्लड शुगर बढ़ा रहे तो आंखों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। आंखों के लेंस परमानेंट डैमेज हो सकते हैं। रेटिना पर भी बुरा असर पड़ता है।
डॉक्टर कहते हैं कि मधुमेह (Diabetes) मरीजों को बेहद चौकन्ना रहने की आवश्यकता होती है, खासकर लक्षणों को लेकर। सामान्य तौर पर ब्लड शुगर (Blood Sugar Symptoms) के मरीजों में बार-बार प्यास लगने, बार-बार यूरिन जाने, भूख लगने और वजन कम होने के लक्षण दिखते हैं।
narayanahealth.org पर प्रकाशित एक लेख के मुताबिक यदि किसी मरीज को बेहोशी आने लगे, उसे दौरा जैसा पड़े या व्यवहार में बदलाव दिखे तो ये डायबिटीज के गंभीर लक्षण हैं। ऐसे में फौरन सतर्क हो जाएं और डॉक्टर को दिखाएं।
ब्लाइंडनेस का 25 गुना ज्यादा खतरा
marwahmedicine के संस्थापक डॉ. दीपक मारवाह अपने एक वीडियो में बताते हैं कि डायबिटीज मरीजों की रौशनी जाने की आशंका सामान्य लोगों से 25 गुना ज्यादा होती है। इसी तरह सामान्य लोगों के मुकाबले हार्ट अटैक की संभावना भी 5 गुना ज्यादा अधिक है।
1 – डायबिटीज रेटिनोपैथी का खतरा (What is Diabetic Retinopathy)
डायबिटीज (Diabetes) मरीजों में आंख से जुड़ी जो दिक्कतें होती हैं, उनमें डायबिटीज रेटिनोपैथी सबसे प्रमुख है। डॉक्टर बताते हैं कि अगर आपका ब्लड शुगर लगातार बढ़ा रहे तो आंख पर असर पड़ने लगता है। रेटिना के भीतर के ब्लड वेसल्स डैमेज होने लगते हैं। इससे ब्लाइंडनेस यानी अंधेपन का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा लगातार ग्लूकोज बढ़ा रहे तब भी आंखें प्रभावित होती हैं। आंखों के आकार से लेकर रोशनी में बदलाव हो सकता है।
2 – डायबिटीज डर्माड्रोम्स (What is Diabetic Dermadromes)
डायबिटीज मरीजों में और जो दिक्कतें होती हैं, उनमें से डायबिटिक डर्माड्रोम्स भी प्रमुख है। इसमें शरीर पर चकत्त निकलने लगते हैं, खासकर पिंडलियों पर। धीरे-धीरे ये चकत्ते और जगह फैल जाते हैं।
3 – डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (What is Diabetic Ketoacidosis)
ब्लड शुगर के मरीजों में डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (DKA) भी प्रमुख है। मधुमेह की वजह से मेटाबॉलिक प्रोसेस गड़बड़ हो जाता है, जिसकी वजह से उल्टी, पेट दर्द, घबराहट, बेहोशी जैसे स्थिति होने लगती है। यह समस्या टाइप वन डायबिटीज मरीजों में ज्यादा दिखती है।
wellthy.care की एक रिपोर्ट के मुताबिक डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (DKA) की स्थिति शरीर में इंसुलिन का लेवल कम होने की वजह से पैदा होती है। नुकसानदेह कीटोंस शरीर में जमा होने लगते हैं, जो जानलेवा हो सकता है।