हाल ही में RRR के ‘नाटू-नाटू’ गाने और ‘एलिफेंट विस्परर’ नाम की डॉक्यूमेंटरी ने ऑस्कर जीते हैं। इसका जश्न पूरा देश मना रहा है। इसी बीच दो बार ऑस्कर विजेता रह चुके ए.आर.रहमान का बयान सामने आया है। उन्हें लगता है कि ऑस्कर जैसे बड़े अवॉर्ड के लिए सही फिल्में नहीं भेजी जा रही हैं। ये ही कारण है कि फाइनल सिलेक्शन के लिए भारतीय फिल्में नहीं जा रही हैं।
गायक-गीतकार-संगीतकार ए.आर.रहमान ने संगीत के दिग्गज एल सुब्रमण्यम के साथ बातचीत में कहा,”कभी-कभी मैं देखता हूं कि हमारी फिल्में ऑस्कर तक जाती हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं मिल पाता। ऑस्कर के लिए गलत फिल्में भेजी जा रही हैं।” रहमान और सुब्रमण्यम के बीच बातचीत का एक वीडियो बुधवार शाम एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था।
एस.एस. राजामौली की आरआरआर के तेलुगू गाने ‘नाटू-नाटू’ के बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग के लिए ऑस्कर जीतने के कुछ ही दिनों बाद वीडियो ये वीडियो अपलोड किया गया है। बता दें कि रहमान ने ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के अपने गीत जय हो के लिए 2009 में इसी में केटेगरी में ऑस्कर जीता था।
गौरतलब है कि इस बातचीत के दौरान रहमान ने खुद की म्यूजिकल जर्नी के बारे में भी बात की। उन्होंने अपने म्यूजिक कंपोजिशन पीछे की क्रिएशन के बारे में भी बताया।
सुब्रमण्यम ने बताया कि कैसे रहमान ने अपनी पहली फिल्म में ही अलग तरह से काम किया। उन्होंने सवाल किया कि कैसे रहमान ने अपने करियर की शुरुआत से ही कुछ अलग करने की कोशिश की। उन्होंने कहा,” जब भी कोई शुरू करता है तो सफलता को सिद्ध करने की कोशिश करता है। वह अलग-अलग काम करने के चैलेंज नहीं लेता है।” इसपर रहमान ने कहा,”मैं वह नहीं करना चाहता था जो बाकी सब कर रहे थे। मैं इससे खुश होना चाहता था।”
रहमान ने म्यूजिक के साथ एक्सपेरिमेंट करने का भी जोरदार दावा किया। उन्होंने कहा,”हम सभी को पैसा पाने की जरूरत है लेकिन इसके अलावा मेरे पास जुनून था। मेरा मतलब है कि पश्चिम यह कर रहा है, और हम क्यों नहीं कर सकते? जब हम उनका संगीत सुनते हैं, तो वे हमारा संगीत क्यों नहीं सुन सकते? मैं वह पूछता रहा और वह ‘क्यों’ बेहतर उत्पादन, बेहतर गुणवत्ता, बेहतर वितरण और मास्टरिंग बन गया … जो अभी भी मुझे प्रेरित करता है।”