सबरंग, बॉक्स ऑफिस: ऋत्विक रोशन ‘फाइटर’ बन पाएंगे?
ऋत्विक रोशन और दीपिका पाडुकोन पहली बार ‘फाइटर’ में साथ काम करने जा रहे हैं, जिसकी घोषणा ऋत्विक रोशन ने अपने 47वें जन्मदिन पर की।

लेखक-निर्देशक सिद्धार्थ आनंद इस फिल्म से निर्माता बने हैं जिनकी ऋत्विक रोशन-टाइगर श्रॉफ अभिनीत पिछली फिल्म ‘वार’ ने पौने पांच सौ करोड़ का कारोबार किया था। ‘वार’ पहले ‘फाइटर्स’ नाम से ही बननी शुरू हुई थी। मगर रिलीज हुई ‘वार’ नाम से। अब एक बार फिर सिद्धार्थ ने ऋत्विक को फाइटर बनाया है। हालांकि इस समय दो-दो ‘फाइटर’ बन रही हैं। करण जौहर भी ‘फाइटर’ नाम से विजय देवरकोंडा को लेकर हिंदी और तेलुगु फिल्म बना रहे हैं।
ऋत्विक रोशन के 47वें जन्मदिन पर लेखक निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने बतौर निर्माता अपनी कंपनी मारफ्लिक्स विजन शुरू की और घोषणा की कि कंपनी की पहली फिल्म ‘फाइटर’में ऋत्विक के साथ दीपिका पाडुकोन की प्रमुख भूमिका होगी। सिद्धार्थ की ऋत्विक के साथ ‘बैंग बैंग’ और ‘वार’ के बाद यह तीसरी फिल्म होगी। ऋत्विक सिद्धार्थ की आड़े वक्त में मदद करने के लिए तब आगे आए थे, जब हिट फिल्म देने के बावजूद लगभग तीन सालों तक सिद्धार्थ को मुंबई के किसी निर्माता ने साइन नहीं किया था।
सिद्धार्थ के दादा इंदरराज आनंद ने ‘एक दूजे के लिए’ फिल्म के संवाद लिखे थे। उनके पिता बिट्टू आनंद ने अमिताभ बच्चन को लेकर ‘शहंशाह’ बनाई थी और चाचा टीनू आनंद ने उसका निर्देशन किया था। सिद्धार्थ मू्लत: लेखक हैं। वह राहुल रवैल के सहायक थे और यशराज फिल्म ने उन्हें अपनी तीन फिल्मों ‘सलाम नमस्ते’ (2005), ‘ता रा रम पम’ (2007), ‘बचना ऐ हसीनों’ (2008) के लिए साइन कर पहली बार निर्देशन का मौका दिया था।
2010 में साजिद नाडियाडवाला की ‘अनजाना अनजानी’ (रणवीर कपूर) बॉक्स आॅफिस पर कमजोर रही, तो तीन साल तक मुंबई फिल्म इंडस्ट्री के किसी निर्माता ने सिद्धार्थ की ओर देखा तक नहीं। आखिर हॉलीवुड का फॉक्स स्टार स्टूडियो उन पर दांव लगाने के लिए तैयार हुआ। ‘बैंग बैंग’ नाम से रिलीज हुई इस फिल्म ने 300 करोड़ का धंधा किया।
सफलता मिलते ही तीन फिल्मों का अनुबंध करने वाली यश चोपड़ा की कंपनी ने वापस सिद्धार्थ को बुलाया। योजना थी यशराज फिल्म्स में सिद्धार्थ से जासूसी शृंखला की तीसरी फिल्म बनवाना। यशराज में इस शृंखला की पहली फिल्म कबीर खान ‘एक था टाइगर’ (2012) थी, जिसमें सलमान-कैटरीना की जोड़ी थी।
दूसरी फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ भी इसी जोड़ी को लेकर 2017 में बनी थी, जिसे अली अब्बास जफर ने निर्देशित किया था। तीसरी फिल्म सिद्धार्थ आनंद ने ऋत्विक रोशन और टाइगर श्रॉफ को लेकर ‘फाइटर्स’ नाम से शुरू की मगर इसका शीर्षक बदल कर ‘वार’ करना पड़ा था। 150 करोड़ लागत की फिल्म ‘वार’ ने आदित्य चोपड़ा को पौने पांच सौ करोड़ का कारोबार करके दिया था। ‘वार’ की सफलता के बाद ही उन्होंने निर्माता बनना तय किया। ऋत्विक-दीपिका को लेकर घोषित फिल्म ‘फाइटर’ इसी दिशा में की गई पहलकदमी है।
‘वार’ की तरह नाम बदलने की समस्या फिर ‘फाइटर’ में भी आ सकती है क्योंकि एक साल पहले करण जौहर ने तेलुगू फिल्मों के स्टार विजय देवरकोंडा को हिंदी फिल्मों में ‘फाइटर’ फिल्म से लाने के लिए पुरी जगन्नाथ से हाथ मिलाया था। पुरी की तेलुगु फिल्म ‘पोकरी’ पर ‘वांटेड’, ‘टेम्पर’ पर ‘सिंबा’ हिंदी में बन चुकी थी। जनवरी 2020 में ‘फाइटर’ की शूटिंग मुंबई में शुरू हुई, मगर कोरोना के कारण इसका फिल्म लटक गई।
ऋत्विक-दीपिका को लेकर बनने वाली ‘फाइटर’ में जहां ऋत्विक पायलट हैं, वहीं देवरकोंडा फिल्म में एक मुक्केबाज हैं। विशेष एक्शन के लिए देवरकोंडा ने ताइवान जाकर मार्शल आटर््स की ट्रेनिंग भी ली। अब दोनों फिल्मों में किसी एक को टाइटल बदलना पड़ सकता है। चूंकि देवरकोंडा की ‘फाइटर’ पहले शुरू हो चुकी थी, इसलिए संभावना है कि सिद्धार्थ को ऋत्विक वाली ‘फाइटर’ का शीर्षक बदलना पड़े, जैसे कि अपनी पिछली फिल्म ‘फाइटर्स’ का शीर्षक बदलकर ‘वार’ करना पड़ा था।
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