प्रभु चावला ने उनसे पूछ लिया था कि मीना कुमारी से उनके रिश्ते वैसे ही रहे जैसे बाद के उनके रिश्ते बने। जवाब में धर्मेंद्र ने कहा था कि उन्हें जो समझना है, समझें। प्रभु चावला ने धर्मेंद्र से कहा था, ‘मीना कुमारी के साथ आपके रिश्ते पर खूब बातें हुई। लोग बात करते हैं, आप भी कर सकते हैं।’
जवाब में धर्मेंद्र ने कहा था, ‘देखिए, मीना कुमारी बहुत बड़ी आर्टिस्ट थीं। मैंने तो कभी सोचा नहीं था.. जब मैं लुधियाना उनकी फ़िल्म ‘एक ही रास्ता’ देखने जाता था। हसरत थी कि इस हीरोइन के साथ कभी हीरो आऊंगा। मौका मिला उनके साथ काम करने का। वो बहुत अच्छी इंसान भी थीं।’
उन्हें टोकते हुए प्रभु चावला ने कहा था, ‘और फिर उनसे आपके रिश्ते बनने शुरू हुए। मैं ये नहीं कह रहा किस तरह के रिश्ते। किस तरह का रिश्ता था? हुआ क्या?’ धर्मेंद्र ने तंज़ के अंदाज़ में हंसते हुए कहा था, ‘नहीं, जो भी आप समझ रहे हैं, समझ लीजिए। ऐसा कुछ नहीं है।’
प्रभु चावला ने फिर पूछा था, ‘तो फिर बात क्यों करते हैं लोग, उस रिश्ते की? वो भी मीना कुमारी..अपने आप में स्टार। जो बाद के रिश्ते हैं आपके, उनसे कोई कम नहीं थीं वो।’ उनके इस बात पर धर्मेंद्र हंसने लगे थे और कहा था, ‘मैं समझ रहा हूं, आप कहां ला रहे हैं मुझे। आप शतरंज की तरह चल रहे हैं।’
मीना कुमारी ने पहली बार धर्मेंद्र को फिल्म, ‘फूल और पत्थर’ से जाना था। ये वही दौर था जब मीना कुमारी के रिश्ते अपने पति कमाल अमरोही के साथ खराब होने शुरू हुए थे और वो उनसे अलग रहने लगीं थीं। साथ काम करते हुए मीना धर्मेंद्र को पसंद करने लगीं थीं। मीना एक स्थापित अभिनेत्री थीं जबकि धर्मेंद्र उन दिनों अभी संघर्ष कर रहे थे।
अपने करियर को तरजीह देते हुए धर्मेंद्र फिल्मों में व्यस्त होते गए और मीना कुमारी अकेली पड़ गई थीं। कहा जाता है कि धर्मेंद्र से अलगाव और पति से दूर होकर मीना कुमारी शराब में डूब गईं और वो बीमार रहने लगीं। धर्मेंद्र बीमारी के दिनों में भी उनसे मिलने के लिए जाया करते थे।