प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में पीएम मोदी विश्व आर्थिक मंच के दावोस एजेंडा को संबोधित करते दिखाई दे रहे हैं। संबोधन के दौरान पीएम अचानक रुक जाते हैं। वीडियो में पीएम मोदी कहते दिखाई दे रहे हैं, “भारतीयों का टेंपरामेंट… हम भारतीयों का टैलेंट… जिस…।”
इसी बीच वह कुछ देर के लिए रुक गए और इधर-उधर देखने लगे। एक वर्ग का दावा है कि टेलीप्रॉम्प्टर की खामी के चलते पीएम रुके तो दूसरे वर्ग (जिसमें तमाम भाजपा नेता भी शामिल हैं) का कहना है कि खामी टेलीप्रॉम्प्टर की नहीं बल्कि पैचिंग की थी। हालांकि, असल कारण तकनीकी खामी ही नजर आ रही है।
पीएम मोदी के इस वीडियो के वायरल होने के बाद जहां तमाम विपक्षी पार्टियों के नेता इस पर रिएक्शन दे रहे हैं तो वहीं सोशल मीडिया पर मीम्स और कमेंट की बाढ़ सी आ गई। नेटिजंस इस मुद्दे को लेकर एक से एक मजेदार मीम्स शेयर कर रहे हैं और कह रहे हैं कि पीएम मोदी इसीलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करते क्योंकि वहां टीपी नहीं होता।
एक मीम में तो यूजर ने केजरीवाल को टीपी के तार काटते हुए दिखा दिया है। वहीं, एक यूजर ने एक सीरियल की शूटिंग का वीडियो साझा किया, जिसमें कैरेक्टर अपनी लाइन भूल जाता है और ख़फा हो जाता है। इस वीडियो के साथ यूजर ने लिखा, ‘मोदी जी बिना टेलीप्रॉम्प्टर के…’
मोहिता नाम के यूजर ने लिखा, ‘आप उनकी (पीएम मोदी) की आंखों में गुस्सा साफ देख सकते हैं…यह साफ-साफ इशारा था। सुरेंद्र यादव ने लिखा, ‘इधर टेलीप्रॉम्प्टर हिला, उधर राज कपूर से तुषार कपूर हो गए साहब’। मोहित जैन नाम के यूजर ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘जब बच्चा पेपर में चीटिंग कर रहा हो और टीचर पकड़ ले और पर्ची अपने पास रख ले तब यही हाल होता है।’
मोहम्मद आरिफ ने मौज लेते हुए लिखा, ‘अब्बा, गब्बा, चब्बा भी कह देते तो भी सामने वाला समझ जाता।’ दिनेश बाबू ने लिखा, ‘हम भारतीयों का टैलेंट टेलीप्रॉम्पटर बंद होते ही लड़खड़ा जाता है।’ दीपक चौधरी ने लिखा, ‘ टेलीप्रॉम्पटर की तो नौकरी गई… एंटायर पॉलिटिकल साइंस।’
बता दें कि पीएम मोदी के इस वायरल वीडियो पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी रिएक्शन आया। उन्होंने ट्वीट किया, “इतना झूठ Teleprompter भी नहीं झेल पाया।” मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “नरेंद्र मोदी को बोलने के लिए कुछ नहीं रहा अब। टेलीप्रॉम्पर से बोलते हैं…जिसका पीछे कंट्रोलर है। कंट्रोलर पीछे से कंट्रोल करता है, फिर नरेंद्र मोदी बोलते हैं।”
पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने तंज कसा, ‘बिना टेलीप्रॉम्प्टर के सरकार नहीं बोल सकते, और बिना टूलकिट के भक्त। शायद टेलीप्रांपटर की ही तपस्या में कोई कमी रह गयी होगी।’