फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर खूब विवाद हो रहा है। कुछ लोग फिल्म में दिखाए गये फैक्ट्स को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं तो कुछ इसे समाज में जहर घोलने वाली फिल्म बता रहे हैं। ऐसे भी लोग हैं जो कह रहे हैं कि इस तरह की फिल्में और बननी चाहिए जिससे लोगों को पता चल सके कि हमारे देश में क्या क्या हुआ है।
टीएमसी प्रवक्ता ने किया दावा: फिल्म को लेकर चल रहे विवाद के बीच टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संकेत गोखले ने ट्विटर पर लिखा कि “सेंसर बोर्ड/सीबीएफसी फाइलों को देखने पर एक बात स्पष्ट रूप से सामने आई कि मूवी द कश्मीर फाइल्स को बिना एक कट के सीबीएफसी/सेंसर सर्टिफिकेट दिया गया। यह अभूतपूर्व है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां एक पकड़ है कि फिल्म बनाने वाले विवेक अग्निहोत्री सीबीएफसी के बोर्ड में हैं।”
इसके आगे गोखले ने लिखा कि “भाजपा शाषित कई राज्यों द्वारा फिल्म को दिए गए टैक्स ब्रेक के साथ जोड़ दें, साथ ही कई राज्यों ने सरकारी कर्मचारियों को फिल्म देखने के लिए छुट्टी दे दी है। यह फिल्म शुद्ध सरोगेट प्रचार है जो भाजपा और मोदी सरकार द्वारा प्रायोजित है। नफरत फैलाने और पैसा बनाने के लिए कश्मीरी पंडितों के दर्द का बेशर्मी से इस्तेमाल किया गया है।”
विवेक अग्निहोत्री ने दिया ये जवाब: टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के इस आरोप का जवाब खुद फिल्म द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने दिया है। विवेक ने जवाब देते हुए लिखा कि “कृपया हमेशा की तरह फेक न्यूज फैलाना बंद करें। थोड़ा ब्रेक लें। कम से कम मृतकों का सम्मान करने के लिए।” इसके साथ ही अग्निहोत्री ने उस खबर की फोटो भी शेयर की है जिसमें बताया गया है कि फिल्म में सात कट लगाये गए हैं और कुछ शब्दों और नामों को भी बदला गया है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: ट्विटर पर चले इस आरोप-प्रत्यारोप पर सोशल मीडिया पर अब लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। अंकुर नाम के यूजर ने लिखा कि “एक टीएमसी कार्यकर्ता से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं।” देब नाम के यूजर ने लिखा कि “उसके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज करें सर.. ट्विटर पे कूल बनाना भूल जाएगा।”
टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता को जवाब देते हुए कुमार श्याम नाम के यूजर ने लिखा कि “आप “द डोनेशन फ़ाइल्स” बनाइए सर। करारा जवाब दीजिए।” विनय उपाध्याय नाम के यूजर ने लिखा कि “ओह्ह्ह..तो अब आप इसके खिलाफ मामला दर्ज कर सकते हैं। लोगों से चंदा इकट्ठा करें और फिर इसका इस्तेमाल निजी बिलों का भुगतान करने के लिए करें।” जयप्रकाश नाम के यूजर ने लिखा कि “बंगाली हिंदुओं के नरसंहार में शामिल लोग झूठ फैला रहे हैं।”