हिन्दी फिल्म जगत के दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता दिलीप कुमार का गत वर्ष 7 जुलाई 2021 को 98 साल की उम्र में निधन हो गया था। उनके निधन के बाद से ही उनकी पत्नी सायरा बानो बुरी तरह से टूट गईं। खबरों के मुताबिक दिलीप कुमार के गुजर जाने के बाद से ही सायरा बानो किसी से मुलाकात नहीं कर रही हैं।
सायरा बानो अपने दिवंगत पति को याद कर रही हैं। जब तक दिलीप कुमार जिंदा थे सायरा एक मां की तरह उनकी देखभाल करती रहीं, उनकी परछाईं की तरह उनके साथ रहीं। अब उनके जाने के बाद से वह विचलित हों उठी हैं। अभी हाल ही में अपने दर्द को बयां करते हुए उन्होंने बताया कि अब तक उन्हें खोने के दर्द से उबर नहीं पाईं हैं। बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर दिलीप कुमार को सायरा हमेशा ‘साहब’ कहकर बुलाती हैं।
हिन्दी सिनेमा की सबसे खूबसूरत और प्यार बाहरी जोड़ी में शुमार दिलीप और सायरा की जोड़ी थी। सायरा ने एक इंटरव्यू में कहा कि दिलीप कुमार के निधन के बाद हुए नुकसान की भरपाई किसी भी तरह से नहीं की जा सकती है। उनके साथ ही जरूरत थी उनको, दिलीप कुमार को खोने के बाद से सायरा घर बाहर भी नहीं निकल रही हैं और कुछ खास दोस्तों के सिवा किसी से मिलना भी नहीं चाहती हैं।
साहब के खोने के गम से नहीं उबर पा रहीं सायरा: टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए अभिनेत्री ने कहा, “मैं बेहद कमजोर महसूस कर रही हूं, दिलीप को खोने का सामना नहीं कर सकती हैं। मैं इस नुकसान से बाहर नहीं निकल पा रही हूं, मैं इससे बाहर कैसे आऊं? हो ही नहीं पा रहा।” उनसे पूछा गया कि क्या वह भीड़ में खोई हुई महसूस करेंगी, इसपर अभिनेत्री ने कहा, “मैं खुद को हारा हुआ महसूस नहीं करूंगी। बात बस इतनी सी है कि मुझे अपनी जिंदगी में साहब की सख्त जरूरत है।”
घर बाहर नहीं निकलना चाहती सायरा बानो: TOI को दिए गए साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा कि सब ठीक चल रहा था, मैं सब कुछ बहुत खुशी से कर रही थी, केवल हम दोनों का साथ था। मुझे घर पर साहब के साथ बैठना अच्छा लगता था। वैसे भी मैं बहुत घूमने वाली और पार्टियों में शिरकत करने वाली इंसान नहीं रही हूं। लेकिन आज मैं घर से भी बाहर नहीं निकलना चाहती। शायद तब तक जब तक मैं इस चीज से उभर नहीं जाती…। (फिर थोड़ा रुककर) साहब की मेरी लाइफ में सख्त जरूरत है’।
लोगों से मिलने-जुलने में दिलचस्पी नहीं: आगे उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि कई लोग मेरी तरह के हालात से गुजर चुके हैं और शायद ऐसे दौर से बाहर आ गए होंगे, लेकिन शायद मेरा लगाव कुछ ज्यादा ही मजबूत है। उन्होंने कहा, “साहब एक असाधारण व्यक्ति थे।” सायरा बानो ने आगे कहा कि ‘सच बताऊं तो मैं लोगों से मिलजुल नहीं रही हूं, सिवाय कुछ करीबी दोस्तों के। मैं खुशनसीब हूं कि इतने सारे लोग मेरी परवाह करते हैं। लेकिन इन दिनों मैं खूब मेडिटेशन और प्रार्थना कर रही हूं। ‘
दिलीप और सायरा की जोड़ी का मिसाल: दिलीप कुमार और सायरा बानो ने 11 अक्टूबर 1966 को शादी की थी। 22 साल की सायरा बानो और 44 साल के दिलीप कुमार की जोड़ी और मोहब्बत दुनिया के लिए एक मिसाल कही जाती है। सायरा ने इससे पहले हिंदुस्तान टाइम्स को बताया था, “मेरे लिए, हमेशा यही साहब थे, इनके सिवा कोई और नहीं। मैं याद कर सकतीहूँ कि मैं उस समय से उनकी फैन थी जब किशोरावस्था में ही मैं उनकी पत्नी बनना चाहती थी। मैं बहुत हठी हूं और एक बार जब मैंने अपना मन बना लिया, तो मुझे कोई रोक नहीं सकता था। मुझे पता था कि कई खूबसूरत महिलाएं साहब से शादी करना चाहती हैं, लेकिन उन्होंने मुझे चुना। यह मेरा सपना सच होने जैसा था और यही मेरी शादी का एक आदर्श सपना रहा है।”